KIIT छात्रा की मौत मामला: संस्थापक अच्युत सामंत जांच समिति के समक्ष पेश
भुवनेश्वर। ओडिशा के प्रतिष्ठित कालिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में नेपाली छात्रा की संदिग्ध मौत और उसके बाद छात्रों पर हुए हमले को लेकर संस्थान के संस्थापक अच्युत सामंत शुक्रवार को राज्य सरकार की उच्च स्तरीय जांच समिति के सामने पेश हुए।
यह तीन सदस्यीय समिति, जिसका नेतृत्व अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सत्यब्रत साहू कर रहे हैं, 16 फरवरी को हुई छात्रा की आत्महत्या के पीछे के कारणों, संस्थान के प्रशासन द्वारा की गई कथित सख्ती और छात्रों के निलंबन तथा संस्थान बंद करने के निर्णय की जांच कर रही है।
अच्युत सामंत ने दिया बयान, कांग्रेस ने की गिरफ्तारी की मांग
पूर्व बीजेडी सांसद अच्युत सामंत शुक्रवार शाम 6:30 बजे निर्धारित सुनवाई से पहले स्टेट गेस्ट हाउस पहुंचे। एक दिन पहले ही उन्होंने नेपाली छात्रों के माता-पिता से माफी मांगी थी।
इस बीच, शुक्रवार को ओडिशा विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने इस मामले में अच्युत सामंत की गिरफ्तारी की मांग की और पूरे घटनाक्रम के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया।
जांच समिति ने परिसर में छात्रों से की बातचीत
जांच समिति ने KIIT परिसर का दौरा कर नेपाली छात्रों से बातचीत की, जिन्होंने आरोप लगाया कि संस्थान के अधिकारियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और विरोध प्रदर्शन करने पर दमनकारी रवैया अपनाया।
विवादित टिप्पणी के बाद निलंबित अधिकारी भी हुए पेश
शुक्रवार को KIIT की निलंबित अधिकारी जयंती नाथ और मंजुषा पांडे भी दोपहर 4 बजे जांच समिति के समक्ष पेश हुईं। उन पर आरोप है कि उन्होंने नेपाल के संबंध में आपत्तिजनक बयान दिए थे।
सूत्रों के अनुसार, इन अधिकारियों ने कहा था कि KIIT नेपाली छात्रों को मुफ्त भोजन देता है और संस्थान का बजट नेपाल के राष्ट्रीय बजट से अधिक है। इन विवादास्पद बयानों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दोनों अधिकारियों को समन भेजा गया था।
अब सभी की निगाहें जांच समिति की अंतिम रिपोर्ट और राज्य सरकार के फैसले पर टिकी हैं।