किसान उन्नति मेले में डिप्टी सीएम ने दिया तकनीकी खेती पर जोर
हरसिद्धि में 136 करोड़ की लागत से बने एलपीजी बॉटलिंग प्लांट से बढ़े रोजगार के अवसर
पटना। बिहार के किसानों की समृद्धि को लेकर सरकार तेजी से कदम उठा रही है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने रविवार को पिपराकोठी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित तीन दिवसीय “किसान उन्नति मेला” के दूसरे दिन किसानों को तकनीकी खेती अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार खेती को आर्थिक विकास का मुख्य इंजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे किसानों की आय बढ़े और उन्हें बाजार तक बेहतर पहुंच मिले।
तकनीकी खेती से बढ़ेगी आय
डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में कृषि क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का खाका तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि “किसान उत्पादक संगठन (FPO)” जैसी योजनाओं से किसानों को बाजार से जोड़कर उनकी आय को दोगुना करने की दिशा में ठोस पहल की जा रही है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि पिपराकोठी अब कृषि शिक्षा, शोध और प्रशिक्षण का एक बड़ा केंद्र बन चुका है। यहां के किसानों को वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने की दिशा में प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिससे उनकी उपज और आमदनी में वृद्धि हो।
हरसिद्धि में बॉटलिंग प्लांट से बढ़ेगा रोजगार
डिप्टी सीएम ने बताया कि हरसिद्धि में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) द्वारा 136 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक एलपीजी बॉटलिंग प्लांट स्थापित किया गया है। इस प्लांट से क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
पशुपालकों और लखपति दीदियों को प्रोत्साहन
कार्यक्रम में 3000 से अधिक पशुपालकों, अनुसूचित जाति के किसानों और जीविका दीदियों ने हिस्सा लिया। डिप्टी सीएम ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि पशुपालन और कृषि में आधुनिक तकनीक अपनाने से आमदनी बढ़ सकती है।
सम्मेलन में दिग्गजों की उपस्थिति
इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय, सांसद राधा मोहन सिंह, गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णनंदन पासवान और डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के कुलपति डॉ. पीएस पांडेय समेत कई गणमान्य हस्तियां उपस्थित रहीं। सभी ने बिहार की कृषि उन्नति और किसानों की आय बढ़ाने को लेकर अपने विचार रखे।
सरकार की पहल से कृषि क्षेत्र में बदलाव
डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार बिहार के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही है। सरकार की कोशिश है कि तकनीकी खेती और पशुपालन से किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हो, जिससे वे आर्थिक रूप से मजबूत बनें।