लंदन में जयशंकर के दौरे पर खलल, खालिस्तानी समर्थकों ने फाड़ा तिरंगा
विदेश मंत्री पर हमले की कोशिश, भारत ने दर्ज कराया कड़ा विरोध
लंदन। ब्रिटेन दौरे पर गए भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर को लंदन में खालिस्तानी समर्थकों के विरोध का सामना करना पड़ा। चाथम हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भारतीय तिरंगे का अपमान किया और जयशंकर के काफिले को बाधित करने की कोशिश की। इस घटना के बाद भारत सरकार ने कड़ा ऐतराज जताया है और ब्रिटेन सरकार से दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
जयशंकर पर हमले की कोशिश, पुलिस रही मौन
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक प्रदर्शनकारी जयशंकर की कार के पास दौड़ता हुआ आता है और भारतीय ध्वज को फाड़ देता है। चौंकाने वाली बात यह रही कि मौके पर मौजूद लंदन पुलिस ने इस हरकत को नजरअंदाज कर दिया। इस दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने भारत विरोधी नारे लगाए और झंडे लहराए।
विदेश मंत्री जयशंकर 4 से 9 मार्च तक ब्रिटेन और आयरलैंड की आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, विदेश मंत्री डेविड लैमी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की।
भारत ने जताया कड़ा ऐतराज, सख्त कार्रवाई की मांग
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा, “हम ब्रिटेन सरकार से लगातार अनुरोध करते रहे हैं कि वहां मौजूद कट्टरपंथी और भारत विरोधी तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग कर हिंसा फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि लंदन में भारतीय उच्चायोग अपने समुदाय के सदस्यों के साथ लगातार संपर्क में है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ब्रिटिश प्रशासन से संवाद कर रहा है।
पहले भी हो चुके हैं हमले, बढ़ी सुरक्षा चिंताएं
यह कोई पहला मामला नहीं है जब खालिस्तानी तत्वों ने भारतीय राजनयिकों को निशाना बनाया हो। 2023 में भी लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग पर हमले की घटना सामने आई थी, जब प्रदर्शनकारियों ने तिरंगा उतारने और इमारत के शीशे तोड़ने की कोशिश की थी।
भारत सरकार लगातार ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से खालिस्तानी कट्टरपंथियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करती रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को कनाडाई प्रधानमंत्री समेत कई वैश्विक नेताओं के सामने उठाया है।
ब्रिटेन की रिपोर्ट में खालिस्तानी उग्रवाद पर चेतावनी
इस बीच, ब्रिटेन की एक लीक हुई सरकारी रिपोर्ट में भारत से जुड़े दो तरह के उग्रवाद—खालिस्तानी उग्रवाद और हिंदू राष्ट्रवादी उग्रवाद—का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, खालिस्तान समर्थकों की मांग अपने आप में उग्रवादी नहीं है, लेकिन जब यह मांग हिंसा के समर्थन में बदलती है, तब यह खतरनाक बन जाती है।
भारत सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए नई दिल्ली में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त को तलब कर अपना विरोध दर्ज कराया है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की घटनाएं दोनों देशों के रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं और ब्रिटेन को सुरक्षा चूक पर तत्काल कदम उठाने चाहिए।