स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में हंगामा: ट्रेन में चढ़ने नहीं दिया तो यात्रियों ने तोड़ डाली खिड़कियां
मधुबनी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का हंगामा, एसी डिब्बों की खिड़कियां तोड़ीं, दहशत में यात्री
मधुबनी। बिहार के मधुबनी रेलवे स्टेशन पर सोमवार को स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चढ़ने को लेकर यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्रेन में जगह न मिलने पर भीड़ उग्र हो गई और एसी डिब्बों की खिड़कियां तोड़ दीं। इस दौरान ट्रेन में बैठे यात्री दहशत में आ गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस जयनगर से नई दिल्ली की ओर जा रही थी और इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में जाने के लिए सवार होना चाहते थे। लेकिन ट्रेन पहले से ही भीड़ से भरी हुई थी, जिससे यात्री चढ़ नहीं पा रहे थे। इसके बाद गुस्साए यात्रियों ने ट्रेन पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए और खिड़कियां तोड़ दीं।
टूटती खिड़कियां और चीखते यात्री
घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें भीड़ ट्रेन पर पथराव करती नजर आ रही है। एक वीडियो में देखा गया कि एसी कोच में बैठी दो महिलाएं अचानक खिड़की के टूटने से घबरा गईं और चीखने लगीं। वहीं, दूसरी क्लिप में कई कोचों की खिड़कियां टूटी दिख रही हैं और स्टेशन पर अफरा-तफरी मची हुई है।
यात्रियों का कहना है कि स्टेशन पर कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। दिल्ली जा रहे एक यात्री अमरनाथ झा ने बताया, “मैं परिवार के साथ यात्रा कर रहा था। अचानक ट्रेन पर हमला शुरू हो गया। बच्चों ने डर के मारे रोना शुरू कर दिया, लेकिन रेलवे सुरक्षा बल (RPF) का कोई जवान मौके पर नहीं था।”
घटना के बाद ट्रेन लगभग एक घंटे तक स्टेशन पर रुकी रही, लेकिन बिना किसी मरम्मत के ही रवाना कर दी गई। रेलवे अधिकारियों ने हंगामा करने वाले कुछ यात्रियों को हिरासत में लिया है।
समस्तीपुर में भी ट्रेन पर पथराव
बिहार के समस्तीपुर में भी गुरुवार रात इसी ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई। जब ट्रेन मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रेलखंड से गुजर रही थी, तभी असामाजिक तत्वों ने पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। इस दौरान पेंट्री कार और स्लीपर कोच की खिड़कियां टूट गईं।
इस हमले में कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आईं, जिन्हें समस्तीपुर में प्राथमिक उपचार दिया गया। घटना के बाद ट्रेन 45 मिनट तक स्टेशन पर रुकी रही। रेलवे पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि दोनों घटनाओं की गंभीरता से जांच की जा रही है और भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे।