महिला कोच में पुरुषों की घुसपैठ पर सख्ती : पूर्व रेलवे ने की जनता से सहयोग की अपील
सात दिनों में 628 पुरुष पकड़े गए, आरपीएफ की निगरानी तेज
पूर्व रेलवे ने ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा सुनिश्चित करने को लेकर एक बार फिर बड़ा कदम उठाया है। स्थानीय और पैसेंजर ट्रेनों में महिला यात्रियों के लिए आरक्षित डिब्बों में पुरुषों की अवैध घुसपैठ पर कड़ा रुख अपनाते हुए रेलवे ने जागरूकता और निगरानी अभियान तेज कर दिया है।
पूर्व रेलवे द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, बीते एक सप्ताह (1 से 7 मई, 2025) के दौरान केवल महिला यात्रियों के लिए आरक्षित कोच में अनधिकृत रूप से यात्रा करते हुए 628 पुरुष यात्रियों को पकड़ा गया है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने इन यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नियमों के उल्लंघन पर सख्त चेतावनी जारी की है।
पूर्व रेलवे प्रशासन ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए आम जनता से सहयोग की अपील की है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि महिला डिब्बों में पुरुषों का प्रवेश न केवल गैरकानूनी है, बल्कि इससे महिलाओं की निजता और सुरक्षा भी प्रभावित होती है। महिला यात्रियों को यात्रा के दौरान शांति और सम्मान मिले, इसके लिए सभी यात्रियों को सतर्क और जिम्मेदार बनने की आवश्यकता है।
रेलवे ने कहा है कि कई बार महिलाएं अपने अधिकारों की रक्षा करने में असहाय महसूस करती हैं, ऐसे में पुरुष यात्रियों को चाहिए कि वे स्वयं आगे आकर महिला कोच की मर्यादा बनाए रखने में भूमिका निभाएं। आरपीएफ की टीम नियमित रूप से स्टेशनों और ट्रेनों में औचक जांच कर रही है और किसी भी प्रकार के उल्लंघन पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है।
पूर्व रेलवे ने एक बार फिर दोहराया है कि महिला यात्रियों के लिए एक सुरक्षित, सम्मानजनक और सहज यात्रा माहौल तैयार करने में जन सहयोग की सबसे अहम भूमिका है। रेलवे का यह भी कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और महिला कोचों में अवैध रूप से प्रवेश करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
सभी से अपील है : महिला डिब्बों की मर्यादा बनाए रखें, महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा में सहयोग करें।