मवेशी टकराव व पथराव की घटनाओं पर लगेगा अंकुश: मालदा मंडल चला रहा है सघन जन-जागरूकता अभियान
ट्रैक सुरक्षा, रेल संचालन और यात्रियों की सलामती को लेकर रेलवे की कड़ी मुहिम तेज
मालदा/भागलपुर, संवाददाता।
पूर्व रेलवे के मालदा मंडल द्वारा रेलवे ट्रैक पर मवेशी टकराव (Cattle Run Over – CRO), मानव टकराव (Human Run Over – HRO) और पथराव जैसी घटनाओं की रोकथाम को लेकर व्यापक स्तर पर जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। मंडल के संवेदनशील रेल खंडों पर प्रतिदिन रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की टीम स्थानीय निवासियों को जागरूक कर रही है।
इस कड़ी में 08 जून 2025 (रविवार) को भागलपुर–बाराहाट रेल खंड के टेकानी, हटपुरैनी, पोड़ैयाहाट और कोइली खुटाहा हाल्ट स्टेशनों पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में रेलवे अधिकारियों ने स्थानीय लोगों, यात्रियों और ट्रैक के समीप रहने वालों से सीधे संवाद कर उन्हें बताया कि किस प्रकार मवेशियों को ट्रैक के समीप चराना या बाँधना, ट्रैक पार करना, और सिग्नल उपकरणों से छेड़छाड़ जैसी गतिविधियाँ न केवल रेल संचालन में बाधा डालती हैं बल्कि जानमाल को भी खतरे में डालती हैं।
रेलवे अधिकारियों ने इस मौके पर आपातकालीन चेन पुलिंग (ACP) के दुरुपयोग को लेकर भी लोगों को आगाह किया और कहा कि यह प्रणाली केवल आपात स्थिति के लिए है, इसका अनावश्यक उपयोग ट्रेन विलंब और संचालन में अवरोध का कारण बनता है।
पथराव की घटनाओं को लेकर भी विशेष रूप से लोगों को सचेत किया गया। यह बताया गया कि चलती ट्रेनों पर पथराव से यात्रियों की जान को सीधा खतरा होता है और रेल संपत्ति को नुकसान पहुँचता है।
रेलवे अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि रेलवे अधिनियम के अंतर्गत इन सभी गतिविधियों के लिए कठोर दंड का प्रावधान है और ट्रैक की सुरक्षा में लापरवाही को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रेलवे द्वारा इन संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बाड़बंदी (Safety Fencing) का कार्य भी तेजी से प्रगति पर है ताकि मवेशियों की ट्रैक पर आवाजाही को रोका जा सके।
मालदा मंडल प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे इस महत्वपूर्ण अभियान में सहभागिता करें और रेल सुरक्षा में जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं। मंडल ने यह भरोसा दिलाया है कि यात्रियों की सुरक्षा और सुगम रेल परिचालन सुनिश्चित करना उसकी प्राथमिकता है।
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