पोरबंदर
भारतीय एजेंसियों ने गुजरात में सक्रिय एक ड्रग कार्टेल से 700 किलोग्राम मेथामफेटामाइन जब्त कर अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। यह जब्ती भारत की मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है।
“सागर-मंथन-4” ऑपरेशन में मिली सफलता
इस ऑपरेशन को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), भारतीय नौसेना और गुजरात एटीएस ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया। खुफिया जानकारी के आधार पर यह अभियान भारतीय समुद्री सीमा में चलाया गया, जहां एक संदिग्ध जहाज को रोका गया। इस जहाज से लगभग 700 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ बरामद हुआ।
विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी
जहाज पर सवार आठ विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास कोई पहचान पत्र नहीं मिला और प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने खुद को ईरानी नागरिक बताया।
मजबूत समन्वय का उदाहरण
यह ऑपरेशन भारतीय एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय का उदाहरण है। “सागर-मंथन-4” नामक इस मिशन की शुरुआत एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई थी, जिसमें बताया गया था कि एक अनियंत्रित जहाज भारतीय जलक्षेत्र में मादक पदार्थ लेकर आ रहा है।
भारतीय नौसेना ने तुरंत अपनी समुद्री गश्ती टीमों को तैनात कर जहाज को रोकने और ड्रग्स को जब्त करने का काम किया। यह अभियान 15 नवंबर को सफलतापूर्वक पूरा हुआ।
पहले भी हुए हैं बड़े अभियान
“सागर-मंथन” अभियान के तहत इससे पहले भी बड़ी कार्रवाई की जा चुकी है। इस साल अब तक 3,400 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं। इसके अलावा, 11 ईरानी और 14 पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जो अभी जेल में हैं और उनके खिलाफ मुकदमे चल रहे हैं।
सिंडिकेट की जड़ों तक पहुंचेगी जांच
इस ताजा ऑपरेशन के बाद जांच एजेंसियां अब सिंडिकेट के नेटवर्क का पता लगाने में जुटी हैं। यह देखा जा रहा है कि इस तस्करी में स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कौन-कौन शामिल है। इसके लिए विदेशी मादक पदार्थ नियंत्रण एजेंसियों के साथ समन्वय किया जा रहा है।
इस अभियान ने एक बार फिर से भारत की समुद्री सुरक्षा और ड्रग तस्करी के खिलाफ उसकी कठोर नीति को साबित कर दिया है।