भागलपुर
भागलपुर के गोपालपुर से जनता दल यूनाइटेड (JDU) विधायक गोपाल मंडल ने अपने ही पार्टी के सांसद अजय मंडल और स्थानीय भाजपा विधायक पर जमकर निशाना साधा है। गोपाल मंडल ने तीखे शब्दों में कहा कि सांसद जीतने के बाद जनता की ओर मुड़कर नहीं देखते और उनकी अनुपस्थिति को बीमारी और लाचारी करार दिया है। विधायक ने कहा, “जनता भांड़ में जाए, उन्हें कोई मतलब नहीं है।”
सांसद पर जमकर हमला, ‘5 साल तक ढोल बजाए अब जनता’
गोपाल मंडल ने अपने बयानों से राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। उन्होंने कहा कि सांसद और विधायक चुनाव जीतने के बाद 5 साल तक जनता को नजरअंदाज करते हैं और अगले चुनाव में फिर नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के नाम पर जीत दर्ज कर लेते हैं। उनका कहना है कि जनता 5 साल तक ढोल बजाती रहती है, लेकिन इन नेताओं को कोई फर्क नहीं पड़ता।
‘सांसद के खिलाफ माफी मंगवाने की नौबत आ गई थी’
गोपाल मंडल ने खुलासा किया कि सांसद की गैरमौजूदगी और जनता के प्रति उनकी उदासीनता के कारण एक बार उन्हें माफी मंगवानी पड़ी थी। उन्होंने कहा, “हम सामाजिक आदमी हैं, हमें जब भी कोई समस्या नजर आती है, हम दौड़कर पहुंच जाते हैं। लेकिन हमारे सांसद कहीं नजर नहीं आते। एक बार बैरिया में जनता ने ईंट-पत्थर फेंके थे और सांसद को वहां से भागना पड़ा था।”
‘इंजीनियर शैलेंद्र पर भी साधा निशाना’
गोपाल मंडल ने भागलपुर के इंजीनियर शैलेंद्र पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास ही कलम है, बाकी सभी क्या मूर्ख हैं? उन्होंने कहा कि हम भी पढ़े-लिखे हैं और हमें भी जनता की समस्याओं की समझ है। इस बार शैलेंद्र कलम के ही सहारे चुनाव लड़ेंगे और उनकी राजनीति का अंत होगा।
बैकवर्ड-फॉरवर्ड की राजनीति पर भी टिप्पणी
विधायक मंडल ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ नेता समाज में बैकवर्ड-फॉरवर्ड की राजनीति करके जनता को बांटने का काम कर रहे हैं, लेकिन इस बार जनता इस चाल को समझ चुकी है और सही समय पर जवाब देगी।
राजनीतिक हलकों में चर्चा
गोपाल मंडल के इस बयान के बाद भागलपुर की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। उनकी तीखी टिप्पणियों ने न केवल पार्टी के अंदर बल्कि विपक्षी खेमों में भी हलचल पैदा कर दी है। आने वाले समय में इस बयान के क्या राजनीतिक परिणाम होंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।