मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के उपनेता पद से राजेश शाह को हटाने का आदेश दिया है। यह निर्णय वर्ली हिट एंड रन मामले में आरोपी के पिता राजेश शाह को हटाने के लिए लिया गया है। राजेश शाह के बेटे, मुख्य आरोपी मिहिर शाह की गिरफ्तारी के बाद यह कदम उठाया गया है। मुंबई पुलिस द्वारा मिहिर शाह की गिरफ्तारी के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों से सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है। विपक्ष इस बात पर जोर दे रहा है कि मिहिर शाह को उनके पिता के राजनीतिक संबंधों के कारण किसी भी तरह की रियायत नहीं मिलनी चाहिए।
राकांपा के शरद पवार के प्रवक्ता क्लाइड क्रास्टो ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी लागू कानूनों को बिना किसी रियायत के लागू किया जाना चाहिए। संजय राउत ने राजेश शाह की पृष्ठभूमि, उनके संभावित अंडरवर्ल्ड कनेक्शनों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच का आग्रह किया। उन्होंने इस मामले में पारदर्शिता और जवाबदेही की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस घटना में 45 वर्षीय कावेरी नाखवा की मौत हो गई, जिन्हें हिट एंड रन में मार दिया गया था। पुलिस इस मामले की सक्रियता से जांच कर रही है, और मिहिर शाह को 7 जुलाई से फरार रहने के बाद अंततः विरार में गिरफ्तार किया गया। इस मैनहंट में चौदह टीमें शामिल थीं, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई। इस बीच, मुंबई कोर्ट ने राजेश शाह के ड्राइवर राजरिशी सिंह बिडावत की पुलिस हिरासत 11 जुलाई तक बढ़ा दी है। बिडावत घटना के समय मिहिर शाह के साथ मौजूद थे, जिसमें कावेरी नाखवा की मौत और उनके पति घायल हो गए थे।
विपक्ष इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने की जोरदार मांग कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि मिहिर शाह को उनके पिता के राजनीतिक संबंधों के कारण सजा से बचने नहीं दिया जाना चाहिए। सख्त कार्रवाई और गहन जांच पर जोर देने से राजनीतिक प्रभाव और न्याय प्रणाली पर इसके प्रभाव को लेकर व्यापक चिंता को दर्शाया गया है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का राजेश शाह को उनके पद से हटाने का निर्णय बिना किसी पक्षपात या अनुचित प्रभाव के न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है। यह कदम सरकार की कानून का पालन करने और राजनीतिक संबद्धताओं के बावजूद जवाबदेही सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मामला अभी भी प्रगति पर है, और आने वाले दिनों में आगे की जांच और कानूनी कार्यवाही की उम्मीद की जा रही है। ध्यान इस बात पर बना हुआ है कि पीड़िता और उसके परिवार के लिए न्याय सुनिश्चित किया जाए, और दोषियों को उनके कृत्यों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाए।