10 डीजल-इलेक्ट्रिक टावर कार बनाएगा जमालपुर वर्कशॉप,पहली बार मिला नया ऑडर
दिसंबर तक दो डीजल-इलेक्ट्रिक टावर कार बनाने का है लक्ष्य: सीडब्लूएम
भारतीय रेलव में पटियाला और भुसावल वर्कशॉप के बाद अब जमालपुर में करेगा निर्माण
जमालपुर।एशिया प्रसिद्ध रेल इंजन कारखाना जमालपुर अपनी कुशलता और दक्षता के दम पर न सिर्फ देश, बल्कि दुनिया में भी लोहा मनवाता आया है।कारखाने की इतिहास में एक और नया अध्याय जुड़ गया है।अब जमालपुर कारखाना 8 व्हीलर डीजल इलेक्ट्रिक टावर कार (डीईटीसी) का निर्माण करेगा।इंडियन रेलवे ने ट्रायल के रूप में पहली बार जमालपुर कारखाना को 10 डीजल-इलेक्ट्रिक टावर कार का निर्माण करने का नया वर्कलोड दिया है।हालांकि देश में पटियाला और भुसावल वर्कशॉप में इसका निर्माण होता है।लेकिन अब जमालपुर वर्कशॉप का भी नाम जुड़ गया है।वर्कशॉप प्रशासन ने 8 व्हीलर डीईटीसी निर्माण संबंधित सामग्रियों को मुहैया कराने में जुटा है। तथा प्रशिक्षित कर्मचारियों के हाथों इसका निर्माण किया जाएगा।
दिसंबर माह में कम से कम 2 टावर कार निर्माण का है लक्ष्य: सीडब्लूएम
रेल इंजन कारखाना जमालपुर के सीडब्लूएम एस. विजय ने बताया कि साल के अंत दिसंबर माह तक कम से कम दो 8 व्हीलर डीजल इलेक्ट्रिक टावर कार का निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।शेष का निर्माण नए साल में समय सीमा के अंदर कर दिया जाएगा।टावर कार निर्माण के बाद कारखाना को उम्मीद है कि इस दिशा में रेलवे द्वार और नया ऑडर मिलेगा।उन्होंने कहा कि कारखाना की विशेषता रही है कि कम समय और गुणवत्तापूर्ण उत्पादन सहित कम लागत पर किसी भी प्रोडक्शन को मूर्त रूप देना है।जरूरत पड़ी तो प्रोडक्डशन में कुछ मॉडिफिकेशन करने में भी हम पीछे नहीं रहते हैं।तकनीकी ज्ञान अर्जित के लिए हमारे यहां इरिमी प्रशिक्षुओं की भी मदद ली जाती है।ताकि बेहतर प्रोडक्शन कर जमालपुर अपनी अमिट छाप उत्पादन दृष्टिकोण से बना सके।