मुंगेर के जमालपुर में स्तिथ टीए कैम्प को बंद करने को लेकर रक्षा मंत्रालय ने किया पत्र जारी
मुंगेर: रेल मंत्रालय ने झांसी,कोटा,अद्रा,चंडीगढ़ और सिकंदराबाद में स्थित पांच रेलवे इंजीनियर्स प्रादेशिक सेना रेजिमेंटों को भंग करने का निर्णय लिया है।1949 में हुआ था रेलवेज ट्यूटोरियल आर्मी का गठन,जबकि जमालपुर रेजीमेंट 1950 में आया था अस्तित्व में।
देश की सुरक्षा पर आंच आने की स्थिति में रक्षा मंत्रालय ने रेलवे से सामंजस्य बैठाते हुए रेलवेज ट्यूटोरियल आर्मी का गठन 1949 में किया था।रेलवेज ट्यूटोरियल आर्मी का गठन 1949 में हुआ था।वहीं जमालपुर रेजीमेंट 1950 में अस्तित्व में आया था।जमालपुर में इसे 969 रेलवे इंजीनियरिंग रेजीमेंट ट्यूटोरियल आर्मी कैंप नाम दिया गया।यह देश का छठां रेजीमेंट है।
मुंगेर जिला के जमालपुर में स्तिथ टीए कैम्प को सरकार ने बंद करने का फैसला लिया है।जिसको लेकर शहरवासियों में मायूसी छा गई है।लोगो ने इससे शहर की सुरक्षा व्यवस्था भंग होने की भी बात कही।लेकिन सरकार द्वारा जारी पत्र के अनुसार अब जमालपुर में टीए कैम्प सिर्फ एक याद बनकर रह जायेगा।
वहीं जमालपुर स्थित रेलवे इंजीनियर रेजिमेंट (टीए) को न्यू जलपाईगुड़ी-सिलीगुड़ी-न्यूमल-अलीपुरद्वार-रंगिया मार्ग पर परिचालन भूमिका के लिए रखा जाएगा।
रेल मंत्रालय द्वारा तीन कार्यकारी निदेशकों/प्रधान कार्यकारी निदेशकों की एक समिति गठित की गई थी,जिसका उद्देश्य जमालपुर,झांसी,कोटा,अद्रा,चंडीगढ़ और सिकंदराबाद में स्थित 6 रेलवे इंजीनियर्स प्रादेशिक सेना रेजिमेंटों की मौजूदा कार्यात्मक स्थापना की समीक्षा करना था।समिति ने रेलवे टीए रेजिमेंटों की परिचालन आवश्यकताओं का पुनर्मूल्यांकन किया।उपरोक्त समिति की सिफारिशों के आधार पर तथा रक्षा मंत्रालय और प्रादेशिक सेना महानिदेशालय,रक्षा मंत्रालय की सहमति से रेलवे ने झांसी,कोटा,अद्रा,चंडीगढ़ और सिकंदराबाद स्थित 5 रेलवे इंजीनियर्स प्रादेशिक सेना रेजिमेंटों को भंग कर दिया हैं।
रक्षा मंत्रालय के प्रस्ताव के अनुसार,न्यू जलपाईगुड़ी-सिलीगुड़ी-न्यूमल-अलीपुरद्वार-रंगिया (361 किमी) मार्ग पर परिचालन भूमिका के लिए जमालपुर स्थित एक रेलवे इंजीनियर रेजिमेंट (टीए) को बनाए रखना,ताकि सिलीगुड़ी कॉरिडोर से होते हुए रंगिया तक महत्वपूर्ण रेल संपर्क को कवर किया जा सके।
रेल मंत्रालय के दिनांक 03.06.2022 के पत्र जारी होने की तारीख से नौ महीने की अवधि के भीतर प्रादेशिक सेना महानिदेशालय द्वारा विघटन प्रक्रिया पूरी की जानी है और इसके लिए तौर-तरीके रेल मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के परामर्श से डीजीटीए द्वारा तैयार किए जाने हैं।
रेलवे टेरिटोरियल आर्मी यूनिट को 1949 में टेरिटोरियल आर्मी एक्ट,1948 के तहत एक सहायक बल के रूप में बनाया गया था।इसका उद्देश्य संकट के समय रेलवे कम्यूनिकेशन को बनाए रखना है और इसी के साथ शांति के समय देश में आवश्यक रेलवे ट्रांसपोर्टेशन को बनाए रखना है।इस टेरिटोरियल आर्मी द्वारा 1965 और 1971 के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई थी।टेरिटोरियल आर्मी मुख्य रूप से सेवारत रेलकर्मियों द्वारा रेगुलर आर्मी के कर्मचारियों द्वारा चलाया जाता है।
एशिया के पहले रेल इंजन कारखाना,जमालपुर में कभी सेना के लिए गोला,बारूद का निर्माण किया जाता था।वहीं रेलवे इंजीनियरिंग रेजीमेंट बंद होने से यह सेना के परिवार वालो के लिए अब कैंटीन सेवाएं भी बंद हो जाएंगी।जमालपुर स्थित कैंटीन से सेवानिवृत्त सैनिकों के परिजनों को फायदा होता था।