ग्वालटोली स्कूल के 6 से 8 तक की कक्षाएं विवादों में

ट्रांसफर आदेश को लेकर उबाल
शिक्षा विभाग पर साजिश का आरोप, चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी

हवेली खड़गपुर, मुंगेर
मध्य विद्यालय ग्वालटोली की कक्षा 6 से 8 तक को अचानक ट्रांसफर कर राजकीय प्लस टू उच्च विद्यालय में शामिल किए जाने को लेकर स्थानीय लोगों और अभिभावकों में भारी आक्रोश है। मामले को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए विरोध दर्ज कराया गया है।

सूत्रों के अनुसार, 20 फरवरी 2025 को जिला शिक्षा पदाधिकारी, समग्र शिक्षा परियोजना मुंगेर द्वारा ज्ञापांक 290 के तहत जारी आदेश में मध्य विद्यालय वनवर्षा हिंदी की कक्षा 6 से 8 तक को ट्रांसफर कर राजकीय प्लस टू उच्च विद्यालय में शामिल किया गया था। उस आदेश के सीरियल नंबर 7 में स्पष्ट रूप से वनवर्षा स्कूल का नाम दर्ज था।

हालांकि, 29 मार्च 2025 को जारी किए गए नए आदेश (ज्ञापांक 718) में संशोधन करते हुए सीरियल नंबर 7 में वनवर्षा हिंदी को हटाकर ग्वालटोली मध्य विद्यालय का नाम जोड़ दिया गया। इस बदलाव के पीछे शिक्षा विभाग की मंशा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

स्थानीय अभिभावकों और शिक्षकों का आरोप है कि यह निर्णय जानबूझकर ग्वालटोली विद्यालय को निशाना बनाते हुए लिया गया है। उन्होंने मांग की है कि कक्षा 6 से 8 तक को पुनः ग्वालटोली विद्यालय में ही संचालित किया जाए, अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।

ग्वालटोली के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि अविलंब विद्यालय की यथावत स्थिति बहाल नहीं की गई, तो आंदोलन तेज होगा और इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों की होगी।

क्या कहती है शिक्षा विभाग की चुप्पी?
पूरे घटनाक्रम में अब तक शिक्षा विभाग की ओर से कोई स्पष्ट जवाब या सफाई नहीं आई है, जिससे संशय और बढ़ गया है। लोगों का कहना है कि यदि आदेश में फेरबदल की कोई ठोस वजह थी तो उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए था।

अब निगाहें प्रशासन पर टिकी
स्थानीय जनता और विद्यालय से जुड़े शिक्षक-शिक्षिकाएं अब जिला प्रशासन की ओर देख रहे हैं। वे चाहते हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए और ग्वालटोली विद्यालय के भविष्य को सुरक्षित रखा जाए।

 

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