मुंगेर विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर जमालपुर में तेज हुई मांग, केशोपुर मौजा को उपयुक्त बताया
जमालपुर। मुंगेर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन और कैंपस निर्माण को लेकर जमालपुर के विभिन्न सामाजिक संगठनों ने अपनी आवाज बुलंद कर दी है। इस मुद्दे पर गुरुवार को श्री मारवाड़ी धर्मशाला में मुंगेर विश्वविद्यालय जमालपुर निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जमालपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष वासुदेव पुरी ने की, जबकि संचालन संघर्ष समिति के संयोजक साईं शंकर ने किया।
बैठक में चेंबर ऑफ कॉमर्स, लायंस क्लब, भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, पब्लिक ऑफ जमालपुर, केंद्रीय प्रतिमा विसर्जन समिति सहित कई सामाजिक और छात्र संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। सभी ने एकमत होकर जमालपुर नगर परिषद क्षेत्र के केशोपुर मौजा को विश्वविद्यालय निर्माण के लिए सबसे उपयुक्त स्थल बताया।
केशोपुर मौजा क्यों है सही स्थान?
इंजीनियर संजय सारस्वत ने बताया कि केशोपुर मौजा उच्च भूभाग पर स्थित है, जबकि प्रस्तावित नौवागढ़ी क्षेत्र बाढ़ संभावित क्षेत्र है। बरसात के दिनों में नौवागढ़ी चारों ओर से पानी से घिर जाता है, जिससे न केवल विश्वविद्यालय का कार्य प्रभावित होगा बल्कि छात्रों की पढ़ाई भी बाधित होगी।
चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव गिरधर शंघई ने सुरक्षा का हवाला देते हुए कहा कि नौवागढ़ी शहर से दूर है, जिससे छात्राओं और कर्मचारियों की सुरक्षा पर प्रश्न खड़ा होता है। इसके विपरीत, केशोपुर मौजा नगर क्षेत्र में स्थित है और सभी के लिए सुविधाजनक रहेगा।
सुविधाजनक परिवहन और कनेक्टिविटी
केंद्रीय प्रतिमा विसर्जन समिति के अध्यक्ष बबलू पासवान ने बताया कि केशोपुर मौजा जमालपुर रेलवे स्टेशन से महज 1.5 किलोमीटर की दूरी पर है, जिससे शेखपुरा, लखीसराय, जमुई और खगड़िया जैसे स्थानों से छात्रों के लिए पहुंचना आसान होगा। वहीं, भविष्य में ग्रीन फील्ड फोरलेन हाईवे बनने से कनेक्टिविटी और बेहतर होगी।
लायंस क्लब के सचिव एम. सिडनी लाल ने आर्थिक पहलू पर चर्चा करते हुए कहा कि सरकार को नौवागढ़ी में भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों को अधिक मुआवजा देना पड़ेगा और मिट्टी भराई में अतिरिक्त खर्च आएगा। जबकि केशोपुर मौजा में भूमि अधिग्रहण सर्किल रेट पर ही संभव है, जिससे सरकार का व्यय भी कम होगा।
शीघ्र ही होगा प्रतिनिधिमंडल का गठन
चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य संजीव कुमार उर्फ बबलू और सरदार मन्नी सिंह ने बताया कि जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल का गठन कर मुंगेर जिलाधिकारी, विश्वविद्यालय के कुलपति और राज्य के शिक्षा मंत्री से मुलाकात की जाएगी।
सभी संगठनों का मानना है कि यदि विश्वविद्यालय नगर क्षेत्र में बनता है, तो स्थानीय युवाओं को उच्च शिक्षा का लाभ मिलेगा और जमालपुर का समग्र विकास भी सुनिश्चित होगा। बैठक में संदीप चौरसिया, विकास कुमार उर्फ चिंटू, आशीष कुमार, शुभम कुमार, सौरव मंडल, विशाल कुमार, चंदन कुमार, दीपक कुमार, राकेश कुमार, दिलीप तांती सहित कई लोग उपस्थित रहे।