वक्फ संशोधन एक्ट के विरोध में भड़की हिंसा, मुर्शिदाबाद में पिता-पुत्र समेत तीन की मौत
शमशेरगंज और सुत्ती में तनाव बरकरार, हालात पर नियंत्रण के लिए बीएसएफ तैनात
मुर्शिदाबाद
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब हिंसक मोड़ ले चुका है। जिले के शमशेरगंज थाना क्षेत्र में शनिवार रात उपद्रवियों ने एक घर में घुसकर 74 वर्षीय हरगोविंद दास और उनके 40 वर्षीय पुत्र चंदन दास की बेरहमी से हत्या कर दी। दोनों के शव रविवार सुबह उनके घर से खून से लथपथ हालत में बरामद किए गए। इसी कड़ी में सुत्ती में शुक्रवार को गोली लगने से घायल एक किशोर ने भी दम तोड़ दिया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हिंसा के दौरान क्षेत्र में हालात इतने बेकाबू थे कि चार घंटे तक शव वहीं पड़े रहे और पुलिस बल घटनास्थल तक नहीं पहुंच सका। घटनाओं के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
बीएसएफ को दी गई जिम्मेदारी, 118 उपद्रवी गिरफ्तार
जिला प्रशासन की मांग पर हालात काबू में लाने के लिए सीमा सुरक्षा बल (BSF) को तैनात किया गया है। अब तक हिंसा के सिलसिले में कुल 118 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
शनिवार को शमशेरगंज के धूलियन डाकबंगला और रतनपुर इलाकों में दो पक्षों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें कई निजी और सरकारी वाहन फूंक दिए गए। एक एम्बुलेंस और ट्रैफिक पुलिस ऑफिस को भी आग के हवाले कर दिया गया।
विधायक और सांसद से की गई धक्कामुक्की, पुलिस पर बमबारी
घटना के दौरान टीएमसी विधायक मोनिरुल इस्लाम और सांसद खलीलुर रहमान के साथ भी कथित तौर पर बदसलूकी की गई। वहीं पुलिस बल पर पथराव और देशी बमों से हमला किया गया। फारक्का के एसडीपीओ भी इस हमले में घायल हुए हैं।
BSF पर भी लगे आरोप, दो युवक गोली से घायल
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि भीड़ को नियंत्रित करने के क्रम में बीएसएफ ने गोलीबारी की, जिसमें तरबगान निवासी हसन शेख और गोलामुद्दीन शेख गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को जंगीपुर उपसंभागीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उच्च न्यायालय और सरकार ने की सख्ती, मुख्यमंत्री ने की शांति की अपील
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि मुर्शिदाबाद में शांति बहाली हेतु केंद्रीय बलों की तैनाती की जाए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि “हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं है, बातचीत ही एकमात्र रास्ता है।”
राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि “जो भी व्यक्ति हिंसा, आगजनी या भड़काऊ गतिविधियों में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।”