नक्सली ठिकाने से कारतूस और हिरन के सींग बरामद, एसएसबी और पुलिस की बड़ी कार्रवाई
मुंगेर |
बिहार के नक्सल प्रभावित मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। बुधवार को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और जिला पुलिस ने संयुक्त सर्च अभियान चलाकर एक परित्यक्त मकान से 865 जिंदा कारतूस और चार हिरन के सींग बरामद किए। यह कार्रवाई क्षेत्र के राजसराय और कंदनी के जंगली-पहाड़ी इलाकों में की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को गुप्त सूचना मिली थी कि हवेली खड़गपुर के सुदूरवर्ती जंगलों में नक्सली गतिविधियां फिर से पनप रही हैं। इसी इनपुट पर कार्रवाई करते हुए एसएसबी की 16वीं वाहिनी की “एफ” समवाय टीम और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। तलाशी के दौरान एक सुनसान मकान से 7.62 एमएम कैलिबर के 865 राउंड जिंदा कारतूस और चार हिरन के सींग बरामद किए गए।
पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने बताया कि यह अम्यूनीशन किसी बड़ी साजिश का संकेत देता है। ऐसा प्रतीत होता है कि नक्सलियों ने इसे किसी गंभीर घटना को अंजाम देने की नीयत से छिपाकर रखा था। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन इलाके में व्यापक सर्च ऑपरेशन जारी है।
सुरक्षा बलों की टीम में हवेली खड़गपुर थानाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद, एसआई कुमारी कीर्ति, एसआई विपुल कुमार, पीएसआई कंचन यादव, एएसआई मनोज कुमार सिंह, एएसआई सुनील कुमार और एसएसबी के कई जवान शामिल थे।
नक्सलियों पर कसता शिकंजा
बीते कुछ महीनों में जिले में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। हवेली खड़गपुर, धरहरा और जमालपुर जैसे क्षेत्रों में नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए जिला पुलिस, सीआरपीएफ और एसएसबी संयुक्त रूप से मुहिम चला रही है।
हाल ही में पुलिस ने नक्सल गतिविधियों में लिप्त हार्डकोर नक्सली भोत्रन नैय्या उर्फ क्विंटल नैय्या को गिरफ्तार किया था, जो जमुई जिले के बरहट थाना क्षेत्र का निवासी है। उस पर कई संगीन मामलों में आरोप दर्ज थे और वह लंबे समय से फरार चल रहा था।
कमांडेंट अनिल कुमार पठानिया ने कहा कि सुरक्षाबलों की लगातार मौजूदगी और सख्त कार्रवाई की वजह से अब नक्सली इन क्षेत्रों में बैकफुट पर आ गए हैं। खोजी टीमों द्वारा जंगलों में लगातार गश्त और तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।
प्रशासन सतर्क, जंगलों में बढ़ी निगरानी
प्रशासनिक स्तर पर भी इन इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। एसएसबी और पुलिस की संयुक्त टीमें पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार सर्चिंग कर रही हैं, ताकि नक्सलियों की जड़ें पूरी तरह समाप्त की जा सकें।
संपर्क में आए स्थानीय लोग भी कर रहे सहयोग
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बलों की सख्ती और जनसंपर्क अभियानों का असर अब दिखने लगा है। स्थानीय ग्रामीण भी अब नक्सलियों की गतिविधियों की जानकारी प्रशासन को देने लगे हैं, जिससे समय रहते कार्रवाई संभव हो पा रही है।