शुक्रवार को मध्य नेपाल में एक भारतीय पंजीकरण संख्या वाली बस मर्स्यांगदी नदी में गिर गई, जिससे कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह बस उत्तर प्रदेश के नंबर प्लेट के साथ गोरखपुर जा रही थी।

सूत्रों के मुताबिक, बस यूपी 53 एफटी 7623 नंबर प्लेट के साथ पोखरा से काठमांडू होते हुए गोरखपुर की ओर जा रही थी। यह हादसा तनहुं जिले के आइना पहाड़ा इलाके में हुआ, जहां बस हाईवे से फिसल कर नदी में जा गिरी।

जिला पुलिस कार्यालय, तनहुं के सूचना अधिकारी मोहन बहादुर खान ने बताया कि अब तक 29 यात्रियों को बचाया गया है, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है। फिलहाल, स्वास्थ्य स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

इस हादसे की सूचना मिलते ही नेपाल सशस्त्र पुलिस बल की आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण स्कूल से वरिष्ठ अधीक्षक (एसएसपी) माधव पौडेल के नेतृत्व में 45 सशस्त्र पुलिस कर्मियों की एक टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। इसके अलावा, तनहुं के भानु स्थित 23वीं बटालियन के लगभग 35 सशस्त्र पुलिस बल कर्मी भी इस बचाव अभियान में शामिल हुए।

जिला पुलिस कार्यालय, तनहुं के प्रवक्ता डीएसपी दीपक कुमार राय के अनुसार, यह दुर्घटना शुक्रवार सुबह करीब 11:30 बजे हुई।

गौरतलब है कि पिछले महीने भी नेपाल में दो बसें भूस्खलन की चपेट में आकर उफनती त्रिशुली नदी में बह गई थीं, जिसमें 65 यात्री सवार थे। बाढ़ के पानी ने शवों को लगभग 100 किमी तक बहा दिया था, और अब भी कुछ यात्रियों और बसों का पता नहीं चल पाया है। इनकी खोज के लिए भारत की राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 12 सदस्यीय टीम भी तैनात की गई थी।

नेपाल की नदियां आमतौर पर पहाड़ी भूभाग के कारण तेजी से बहती हैं। पिछले कुछ दिनों में हुई भारी मानसूनी बारिश के चलते नदियों का पानी और भी अधिक मटमैला हो गया है, जिससे मलबे और शवों का पता लगाना कठिन हो गया है।

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