नई दिल्ली
गुरुवार को देशभर में दीपावली का पर्व पूरे उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया। घरों में दीयों की रौशनी और रंग-बिरंगे दीपों से शहरों की रौनक बढ़ी, वहीं दिल्ली व आसपास के शहरों में पटाखा प्रतिबंध के बावजूद लोगों ने जमकर आतिशबाजी की, जिससे राजधानी में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुँच गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी परंपरा का निर्वाह करते हुए इस वर्ष गुजरात के कच्छ जिले के सर क्रीक में भारत-पाक सीमा के निकट जवानों के साथ दीपावली मनाई और मिठाई वितरित कर देशवासियों को पर्व की शुभकामनाएँ दीं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मिलकर उन्हें भी दीपावली की शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।
दिल्ली में लाजपत नगर, कालकाजी, छतरपुर, द्वारका, रोहिणी, विकासपुरी, पंजाबी बाग और दिलशाद गार्डन जैसे प्रमुख इलाकों में रात होते ही आतिशबाजियों की धूम रही। शाम 4 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 328 पर पहुँच गया, जो पिछले तीन वर्षों में दीपावली पर सबसे खराब स्थिति को दर्शाता है।
पश्चिम बंगाल में भी काली पूजा और दीपावली का उल्लास देखने को मिला। राज्यभर में पंडालों को सजीव रूप में प्रस्तुत कर भक्तों ने मां काली की पूजा की। प्रशासन की सख्ती के बावजूद कुछ इलाकों में लोगों ने परंपरागत पटाखों का इस्तेमाल किया, हालांकि पुलिस और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी हर जगह सख्त निगरानी में जुटे रहे।
इस प्रकार, दिल्ली और पश्चिम बंगाल सहित कई शहरों में दीपावली पर रौशनी और उत्सव की रंगत देखने को मिली, परन्तु वायु प्रदूषण के बढ़ते खतरे ने पर्यावरणीय चुनौतियों की ओर इशारा किया।