नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़: ओवैसी ने एसआईटी जांच की मांग, रेलवे की व्यवस्थागत खामियों पर उठाए सवाल
नई दिल्ली। दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत और एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की घटना को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख व हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के लिए न्यायिक निगरानी में विशेष जांच दल (SIT) गठित करने की मांग की है।
सरकार पर लापरवाही का आरोप
ओवैसी ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से हादसे पर दुख जताया और इसे भारतीय रेलवे की “व्यवस्थागत विफलता” बताया। उन्होंने केंद्र सरकार पर इस घटना को दबाने का आरोप लगाते हुए रेलवे की खामियों पर गहन जांच की मांग की।
उन्होंने लिखा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। यह एक टाली जा सकने वाली त्रासदी थी। भाजपा सरकार इस घटना पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। इसके बजाय सरकार को करना चाहिए—
- न्यायिक निगरानी में एक स्वतंत्र विशेष जांच दल (SIT) का गठन।
- भारतीय रेलवे की व्यवस्थागत खामियों की स्वतंत्र जांच।“
रेलवे प्रबंधन पर तीखा प्रहार
ओवैसी ने भारतीय रेलवे की कुप्रबंधन को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने रेलवे को देश की जीवनरेखा बताते हुए कहा कि सरकार की अक्षमता इस हादसे की प्रमुख वजह है। उन्होंने मांग की कि रेलवे के कामकाज और यात्री सुरक्षा व्यवस्था की गहन जांच की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
कैसे हुई भगदड़?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ की शुरुआत तब हुई जब प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों के लिए हजारों यात्री प्लेटफार्म संख्या 14 और 15 पर एकत्र हो गए। चल रहे महाकुंभ मेले के कारण यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई।
अब इस हादसे को लेकर सरकार पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए गए थे। इस घटना के बाद रेलवे और सरकार पर यात्रियों की सुरक्षा को लेकर जवाबदेही तय करने का दबाव बढ़ गया है।