राजधानी पटना में सीएम नीतीश ने सौंपे नियुक्ति पत्र, विशिष्ट शिक्षक बनने पर सरकारी दर्जा
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राजधानी के अधिवेशन भवन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में शिक्षकों के हित में बड़ा ऐलान किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्यकर्मी का दर्जा प्राप्त करने वाले नियोजित शिक्षक वहीं कार्यरत रहेंगे, जहां वे वर्तमान में कार्यरत हैं। इस घोषणा से हजारों शिक्षकों की चिंताएं समाप्त हो गईं, जो ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर असमंजस में थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने शिक्षकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। सभी नियोजित शिक्षक अपने वर्तमान स्थान पर ही सेवाएं देंगे। राज्यकर्मी का दर्जा मिलने के बावजूद उनकी पोस्टिंग में कोई बदलाव नहीं होगा।”
1.14 लाख शिक्षकों को मिला राज्यकर्मी का दर्जा
राज्य सरकार ने 1,14,138 नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देकर उन्हें विशिष्ट शिक्षक का नया पदनाम दिया है। अधिवेशन भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 200 शिक्षकों को खुद नियुक्ति पत्र सौंपे। अन्य जिलों में भी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं।
इस अवसर पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार समेत शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी मौजूद थे।
विशिष्ट शिक्षकों को मिलेंगे ये लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब ये शिक्षक बीपीएससी के माध्यम से नियुक्त शिक्षकों के समान सुविधाएं और लाभ प्राप्त करेंगे। इसमें वेतनमान, सेवा शर्तें और अन्य लाभ शामिल हैं।
मुख्यमंत्री के इस निर्णय पर शिक्षकों ने प्रसन्नता व्यक्त की। बिहार राज्य शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों ने इसे एक सकारात्मक कदम बताते हुए कहा कि इससे शिक्षकों को उनके कार्य में स्थिरता मिलेगी और वे बेहतर तरीके से शिक्षण कार्य कर सकेंगे।
समारोह में शिक्षा मंत्री का संदेश
शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा, “राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। राज्यकर्मी का दर्जा और स्थायित्व शिक्षकों की गुणवत्ता और समर्पण को और मजबूत करेगा।”
मुख्यमंत्री की इस घोषणा के साथ ही शिक्षा क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरुआत हो गई है। इससे राज्यभर के शिक्षकों में उत्साह और नई ऊर्जा का संचार हुआ है।