नीतीश सरकार पर तेजस्वी का आरोप : “सरकारी धन से चल रहा जेडीयू का चुनाव प्रचार”
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के खून-पसीने की कमाई को अपने चुनावी प्रचार में पानी की तरह बहा रही है।
तेजस्वी यादव ने शनिवार को पटना स्थित आरजेडी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि ‘महिला संवाद’ के नाम पर बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने 225 करोड़ रुपये खर्च कर डिजिटल प्रचार रथ मंगवाए हैं, जिनकी असलियत चुनाव प्रचार में साफ दिखाई दे रही है। तेजस्वी ने सवाल उठाया कि आखिर सरकारी धन से पार्टी विशेष के लिए प्रचार क्यों हो रहा है?
आरजेडी नेता ने कहा कि सरकार ने 600 से अधिक चुनावी रथ सरकारी खजाने से तैयार करवाए हैं। तेजस्वी के अनुसार, ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं की आड़ में 2 अरब 25 करोड़ रुपये फूंक दिए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम नीतीश कुमार की अब तक की विभिन्न यात्राओं के नाम और ढांचे बदलकर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है।
तेजस्वी यादव ने राज्य में वित्तीय अराजकता का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2024 से अब तक मात्र छह से सात कैबिनेट बैठकों में 76,622 करोड़ रुपये की योजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिनमें अधिकतर निर्माण कार्य शामिल हैं। तेजस्वी ने कहा कि 30 प्रतिशत कमीशन की व्यवस्था के जरिए मंत्रियों को हिस्सा पहुंचाया जा रहा है और इसी माध्यम से चुनावी खर्च का इंतजाम किया जा रहा है।
तेजस्वी ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि टेंडरों को जल्दबाजी में निकाला जा रहा है, ताकि अपने करीबी ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया जा सके। उन्होंने चेताया कि बिहार के स्थानीय ठेकेदारों को दरकिनार कर बाहरी लोगों को अनुबंध दिए जाने की तैयारी हो रही है।
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया कि जब राज्य में बेरोजगारी, महंगाई और बदहाल कानून-व्यवस्था जैसी गंभीर समस्याएं हैं, तब जनता के पैसों से चुनावी स्वार्थ की पूर्ति करना कहां तक उचित है।