ऑपरेशन थियेटर बना रील स्टूडियो: सिवान में BAMS डॉक्टर ने की सीजेरियन सर्जरी, भांजे ने बनाया वीडियो, मचा हड़कंप
✍🏻 TWM News डेस्क, सिवान

सिवान: बिहार के सिवान जिले से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसने पूरे चिकित्सा जगत को चौंका दिया है। वायरल हो रहे इस वीडियो में एक महिला डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर में सीजेरियन सर्जरी करती दिख रही हैं, लेकिन सर्जरी के दौरान किसी मेडिकल इमरजेंसी की बजाय एक और ही ‘ड्रामा’ चल रहा है — डॉक्टर का भांजा मोबाइल से रील बना रहा है।

पूरा मामला सिवान शहर के चकिया रोड स्थित एक निजी क्लिनिक का है, जहां डॉ. कंचन कुमारी नामक BAMS डॉक्टर कथित तौर पर बिना मेडिकल प्रोटोकॉल के एक महिला का सीजेरियन ऑपरेशन कर रही थीं। वीडियो में डॉक्टर और उनके स्टाफ न तो सर्जिकल मास्क पहने नजर आ रहे हैं और न ही सिर पर कैप। यही नहीं, ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर का भांजा कैमरे के सामने बोलता है— “मेरी मामी जितना भी सिजेरियन करती हैं, बेटा ही पैदा होता है।”

यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में खलबली मच गई है।


❓ सवालों के घेरे में BAMS डॉक्टर की भूमिका

डॉ. कंचन कुमारी खुद को गायनोकॉलॉजिस्ट बताती हैं, जबकि उनके नाम के आगे BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) डिग्री जुड़ी है। विशेषज्ञों के अनुसार, BAMS डॉक्टरों को एलोपैथिक पद्धति में बड़े ऑपरेशन, खासकर सिजेरियन जैसी जटिल प्रक्रियाएं करने की अनुमति नहीं होती — जब तक कि उनके पास क्रॉस-पैथी सर्जिकल प्रमाणन या कोई मान्य एलोपैथिक डिग्री न हो।

इस लिहाज से यह मामला सिर्फ एक मेडिकल लापरवाही नहीं, बल्कि अवैध चिकित्सकीय कार्यवाही की श्रेणी में भी आ सकता है।


📸 सोशल मीडिया पर गूंजता अपमान

‘@sarkari_doctor’ नामक ट्विटर हैंडल से यह वीडियो साझा किया गया, जिसमें लिखा गया —
“एक BAMS डॉक्टर बिना किसी सुरक्षा प्रोटोकॉल के एक महिला का सीजेरियन ऑपरेशन कर रही हैं, और उनका परिवार रील बना रहा है। यह एक ऑपरेशन थियेटर नहीं, स्टोरेज रूम जैसा दिख रहा है।”

वीडियो सामने आने के बाद कई डॉक्टर्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इसे मरीज की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बताया है।


🏥  क्या कहते हैं मेडिकल कानून?

भारत में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (अब NMC) के दिशा-निर्देशों के अनुसार, केवल MBBS या MS Obstetrics and Gynaecology जैसी मान्य डिग्रियों वाले डॉक्टर ही एलोपैथिक सर्जरी कर सकते हैं। BAMS डॉक्टरों को केवल आयुर्वेदिक पद्धति के अंतर्गत उपचार की अनुमति है, न कि एलोपैथिक सर्जरी करने की।

यदि बिना कानूनी प्रावधान के इस तरह का ऑपरेशन किया गया है, तो यह आईपीसी की धारा 304A (लापरवाही से मौत) और 420 (धोखाधड़ी) तक के तहत अपराध माना जा सकता है

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