पाकिस्तान में ढेर हुआ राजौरी हमले का मास्टरमाइंड अबू कताल
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर अबू कताल पाकिस्तान में मारा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अबू कताल को शनिवार रात गोली मार दी गई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अबू कताल सहित दो अन्य पाकिस्तानी आतंकी हैंडलर्स के खिलाफ राजौरी हमले की साजिश रचने के मामले में चार्जशीट दायर की थी।
राजौरी हमला: जब कांप उठा था धंगरी गांव
यह मामला 1 जनवरी 2023 को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के धंगरी गांव में हुए भीषण आतंकी हमले से जुड़ा है। इस हमले में आतंकियों ने निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया था। अगले दिन यानी 2 जनवरी को एक आईईडी विस्फोट भी हुआ, जिसमें कुल सात लोगों की जान चली गई थी, जिनमें दो बच्चे भी शामिल थे। इस हमले में कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
NIA ने किया था आतंकियों का खुलासा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस हमले की साजिश में शामिल आतंकियों की पहचान करते हुए पाकिस्तानी आतंकी अबू कताल, सैफुल्लाह उर्फ साजिद जट और मोहम्मद कासिम को चार्जशीट में नामजद किया था। जांच में खुलासा हुआ था कि ये आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करते थे और जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान से आतंकियों की भर्ती और घुसपैठ कराते थे।
कौन था अबू कताल?
अबू कताल, जिसका असली नाम फैसल नदीम था, लश्कर-ए-तैयबा का एक बड़ा ऑपरेटिव था और 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी सहयोगी था। वह भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों में शामिल था।
NIA की जांच में यह भी सामने आया था कि अबू कताल और उसके साथी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के लिए आतंकियों को ट्रेनिंग देने और हमलों की साजिश रचने में सीधे तौर पर शामिल थे।
पाकिस्तान में कैसे मारा गया अबू कताल?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अबू कताल को पाकिस्तान में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। उसकी मौत के पीछे किसका हाथ है, यह अभी साफ नहीं हो पाया है, लेकिन इस घटना से आतंकी संगठनों के भीतर मचे हड़कंप के संकेत मिल रहे हैं।