रेल विकास की नई इबारत: जमालपुर कारखाना को मिली 79 करोड़ की सौगात
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रखी वैगन पीओएच क्षमता विस्तार परियोजना की आधारशिला, 800 वैगन प्रतिमाह ओवरहॉलिंग का लक्ष्य

प्रतिनिधि, मुंगेर/
बिहार में रेलवे के ढांचे को आधुनिक बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को जमालपुर रेल इंजन कारखाना में 78.96 करोड़ रुपये की लागत वाली वैगन पीओएच (पैरीऑडिकल ओवरहॉलिंग) क्षमता वृद्धि परियोजना की आधारशिला रखी। इस परियोजना के तहत अब जमालपुर कारखाना में हर महीने 800 वैगनों की ओवरहॉलिंग संभव हो सकेगी, जो वर्तमान क्षमता से 255 अधिक होगी।

इस मौके पर केंद्रीय पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।
रेल मंत्री ने कारखाना पहुंचते ही विभिन्न कार्यशालाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने बॉक्सन और बीएलसीएस वैगनों के साथ शौचालय युक्त ब्रेक वैन और नव-निर्मित 140 टन क्रेन, टावर कार और जमालपुर जैक जैसी खास उपलब्धियों को भी देखा, जिनसे जमालपुर कारखाना की विशिष्ट पहचान बनी है।

“सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” की पुस्तिका का विमोचन
इसके पश्चात श्री वैष्णव ने IRIMEE (इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग), जमालपुर का दौरा किया, जहां उन्होंने वेल्डिंग, न्यूमैटिक्स, हाइड्रोलिक्स और मेक्ट्रोनिक्स जैसे इंजीनियरिंग विषयों पर आधारित “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” की योजना से जुड़ी पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 350 करोड़ रुपये का निवेश कर आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र तैयार किया जाएगा।

बिहार में 10 वर्षों में 10 गुना बजटीय वृद्धि
रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बिहार को रेलवे के बजट में अभूतपूर्व बढ़ोतरी मिली है। एक दशक पहले जहां राज्य को 1,000 करोड़ रुपये का बजट मिलता था, वहीं अब यह आंकड़ा 10,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। राज्य में 98 स्टेशनों के पुनर्विकास सहित कुल 1 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं प्रस्तावित हैं।

उन्होंने जानकारी दी कि बीते 10 वर्षों में बिहार में 1832 किमी नई रेल पटरियां बिछाई गई हैं, वहीं देशभर में 50,000 किमी से अधिक मार्गों का विद्युतीकरण किया गया है। इससे न केवल ऊर्जा दक्षता बढ़ी है, बल्कि तेल आयात पर निर्भरता भी घटी है।

बिहार से वंदे भारत और नमो भारत की शुरुआत
श्री वैष्णव ने बताया कि भागलपुर से पहली वंदे भारत और जयनगर से पहली नमो भारत ट्रेन चलाकर यह साबित किया गया है कि बिहार रेलवे विकास की प्राथमिकता में है।

राजनीतिक नेतृत्व ने सराहा प्रयास
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने रेल मंत्री की योजनाओं को बिहार की आकांक्षाओं से जोड़ते हुए उन्हें बधाई दी। दोनों उपमुख्यमंत्रियों ने भी राज्य के विकास में रेलवे के योगदान के लिए आभार जताया।

अतिथि गण रहे मौजूद
कार्यक्रम में विधायक प्रणव कुमार, अजय कुमार सिंह, राजीव कुमार सिन्हा, लाल मोहन गुप्ता, एमएलसी सहित रेलवे के पूर्व महाप्रबंधक, पूर्व मध्य रेलवे के जीएम और कई गणमान्य अधिकारी उपस्थित थे।

यात्रियों की सुविधाओं का भी लिया जायजा
इससे पहले सुबह जमालपुर स्टेशन पहुंचने पर केंद्रीय रेल मंत्री ने द्वितीय श्रेणी प्रतीक्षालय और अन्य यात्री सुविधाओं का निरीक्षण भी किया। उन्होंने अधिकारियों को स्टेशन स्तर पर सुविधाएं और सेवाएं बेहतर करने का निर्देश दिया।

 

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