रेलवे भूमि अतिक्रमण और गरीबों के रोजगार पर संकट को लेकर सपा का विरोध, मुख्यमंत्री व जीएम को पत्र
नगर परिषद जमालपुर पर सौंदर्यीकरण की आड़ में जबरन कब्जे और आजीविका छीनने का आरोप
जमालपुर। रेलवे की जमीन पर कथित अतिक्रमण और गरीबों को उनके रोजगार से बेदखल किए जाने के मामले में समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता और जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा के मीडिया प्रभारी मनोज क्रांति ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
मनोज क्रांति ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि जमालपुर नगर परिषद सौंदर्यीकरण के नाम पर रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जा कर रही है। उन्होंने कहा कि जुबली वेल चौक स्थित रेलवे की जमीन पर नगर परिषद की ओर से शेड व अन्य ढांचों का निर्माण कराया जा रहा है, जो रेलवे के नियमों और सुरक्षा मानकों के खिलाफ है।
उन्होंने चेताया कि इस तरह के अतिक्रमण से भविष्य में रेल क्षेत्र के विस्तार में बाधा उत्पन्न हो सकती है। पत्र में उन्होंने उल्लेख किया कि नगर परिषद द्वारा यह सब कार्य बिना रेलवे से एनओसी लिए किया जा रहा है, और स्थानीय रेलवे प्रशासन इस पूरे प्रकरण में चुप्पी साधे हुए है।
मनोज क्रांति ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र में कहा कि नगर परिषद का यह रवैया गरीबों के हितों के खिलाफ है। सौंदर्यीकरण के नाम पर फुटपाथों और अस्थायी दुकानों को हटाया जा रहा है, जिससे सैकड़ों परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट आ गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह कार्रवाई नहीं रोकी गई, तो इसका सीधा असर आगामी विधानसभा चुनावों में देखने को मिलेगा।
उन्होंने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी पर तुगलकी रवैया अपनाने और जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं को धमकाने का भी आरोप लगाया। साथ ही इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
समाजवादी पार्टी ने चेताया है कि यदि गरीबों के अधिकारों की रक्षा नहीं की गई और अतिक्रमण की कार्रवाई पर रोक नहीं लगी, तो वह सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी।