जांच की मांग को लेकर डीजी और एसपी को लिखा पत्र
मुंगेर। समाजवादी पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी मनोज क्रांति ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरपीएफ पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए रेलवे सुरक्षा महानिदेशक, मंडल सुरक्षा आयुक्त और मुंगेर पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।
मनोज क्रांति का कहना है कि उन्होंने पूर्व रेलवे कारखाना जमालपुर में हो रही अपराधिक घटनाओं और लूटपाट को लेकर पहले भी रेलवे बोर्ड अध्यक्ष, महाप्रबंधक पूर्व रेलवे और आईजी आरपीएफ को पत्राचार किया था। इसके बाद मंडल सुरक्षा आयुक्त ने उन्हें 20 अक्टूबर 2024 को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था, जहां उन्होंने अपनी बात स्पष्ट रूप से रखी।
आरपीएफ इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप
मनोज क्रांति ने बताया कि बयान दर्ज करवाने के बाद आरपीएफ के कुछ अधिकारी और इंस्पेक्टर उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने लगे। आरोप है कि इन अधिकारियों ने जमालपुर रेलवे क्षेत्र के दुकानदारों और कारोबारियों को उकसाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि “मनोज क्रांति सभी समस्याओं के लिए जिम्मेदार हैं,” और लोगों को हिंसा के लिए प्रेरित किया।
दुकानदारों को धमकाने का दावा
मनोज क्रांति ने आरोप लगाया कि 15 नवंबर 2024 को आरपीएफ अधिकारियों ने ईस्ट कॉलोनी स्थित अल्बर्ट रोड पर दुकानदारों से कहा, “इस समाजवादी पार्टी वाले का हिसाब करो, इसका हाथ-पैर तोड़ दो और अधमरा कर दो।” उनके अनुसार, इस घटना के कई गवाह भी मौजूद हैं।
मंडल सुरक्षा आयुक्त पर कार्रवाई न करने का आरोप
उन्होंने कहा कि 18 नवंबर 2024 को मंडल सुरक्षा आयुक्त को इस मामले की जानकारी दी गई, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। मनोज ने आशंका जताई है कि यह सब उनकी आवाज दबाने और राजनीतिक रूप से कमजोर करने के लिए एक गहरी साजिश का हिस्सा है।
न्याय की मांग
मनोज क्रांति ने इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और अपनी सुरक्षा की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे उच्च स्तर पर अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।