कोलकाता

पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट (डब्ल्यूबीजेडेडएफ) ने आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में हुए अत्याचार और हत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर दीपावली के पर्व पर आंदोलन तेज कर दिया है। इस कड़ी में तीन प्रमुख प्रदर्शन आयोजित किए गए हैं – 30 अक्टूबर को सीबीआई दफ्तर तक मार्च, 4 नवंबर को पूरे बंगाल में दीप जलाकर विरोध प्रदर्शन, और 9 नवंबर को घटना के तीन महीने पूरे होने पर एक बड़ी जनसभा का आयोजन।

डॉक्टरों ने बुधवार को साल्ट लेक स्थित सीबीआई दफ्तर तक मार्च किया, जिसमें उन्होंने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और “उचित चार्जशीट” की मांग उठाई। मार्च का उद्देश्य सीबीआई को यह याद दिलाना था कि घटना के तीन महीने बीत जाने के बावजूद एजेंसी अब तक सभी दोषियों को पकड़ने में असमर्थ रही है।

डब्ल्यूबीजेडेडएफ के एक डॉक्टर ने कहा कि इस मार्च में प्रतिभागी मशाल लेकर शामिल होंगे, जिससे न्याय की आवाज को और बुलंद किया जा सके।

इसके अलावा, जूनियर डॉक्टरों ने 9 नवंबर को राज्यव्यापी जनसभाएं और रैलियों की घोषणा की है। यह आयोजन युवा डॉक्टर की दुखद हत्या और अन्य मुद्दों को लेकर राज्यव्यापी समर्थन जुटाने का प्रयास करेगा।

मंगलवार को ‘अभया मंच’ नामक एक संगठन का गठन किया गया, जिसमें वरिष्ठ डॉक्टरों सहित 80 अन्य चिकित्सा संगठनों को शामिल किया गया है। यह संगठन 4 नवंबर को पूरे बंगाल में “पड़ोस पड़ोस में विरोध की ज्योत जलाओ” के संदेश के साथ दीप जलाने का आह्वान कर रहा है।

9 नवंबर को आर. जी. कर त्रासदी के तीन महीने पूरे होने पर, कोलकाता के रानी रश्मोनी एवेन्यू पर एक विशाल जनसभा का आयोजन होगा। एक जूनियर डॉक्टर के अनुसार, डब्ल्यूबीजेडेडएफ का यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि सभी दोषियों को सजा नहीं मिल जाती और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित नहीं हो जाता।

 

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