राजद कार्यालय में अंबेडकर जयंती पर तेजस्वी यादव का बड़ा बयान – कहा, “संविधान से टकराने वालों का डटकर करेंगे विरोध”
पटना
राजधानी पटना स्थित राष्ट्रीय जनता दल कार्यालय में रविवार को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बाबा साहब के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में राजद के वरिष्ठ नेता, सांसद संजय यादव समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने डॉ. अंबेडकर को सामाजिक न्याय और समानता का प्रतीक बताते हुए कहा कि बाबा साहब केवल संविधान निर्माता नहीं, बल्कि शोषित-वंचित समाज की आवाज हैं। उन्होंने कहा, “राजद शुरू से ही डॉ. अंबेडकर की विचारधारा को आत्मसात कर काम कर रही है। आज जब भाजपा और संघ परिवार अंबेडकर जयंती मना रहे हैं, तो यह केवल दिखावा है। वर्षों तक जिन विचारों का उन्होंने विरोध किया, आज उन्हीं का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं।”
तेजस्वी ने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बाबा साहब के नाम का इस्तेमाल कर जो राजनीति की जा रही है, उसमें सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि संसद में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिया गया बयान यह साफ करता है कि भाजपा के अंदर बाबा साहब के प्रति सम्मान नहीं, केवल राजनीतिक मजबूरी है।
आरक्षण के मुद्दे पर तेजस्वी ने कहा कि राजद ने हमेशा पिछड़े और वंचित वर्गों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी है। “हमने आरक्षण को संविधान के शेड्यूल 9 में शामिल करने की पहल की थी, लेकिन भाजपा सरकार ने कोर्ट का सहारा लेकर उसे रद्द करवा दिया। आज वे संसद में भी इस मुद्दे पर चर्चा से बचते हैं,” उन्होंने आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए गठबंधन पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में सरकार की स्थिति डगमग है। “नीतीश कुमार को भाजपा हाईजैक कर चुकी है। एनडीए के पास न कोई स्पष्ट नेतृत्व है, न ही कोई ठोस नीति। हर दो दिन में नया चेहरा मुख्यमंत्री पद के लिए सामने आता है। यह सिर्फ दिखावटी राजनीति है, असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने की साजिश है।”
तेजस्वी ने कहा कि अब बिहार की जनता बदलाव चाहती है। “एनडीए की खटारा गाड़ी अब चलने वाली नहीं है। जनता ऐसी गाड़ी चाहती है जो विकास, सम्मान और संविधान की सुरक्षा दे सके,” उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा।