वक्फ विधेयक सत्ता में आते ही रद्द कर देंगे : तेजस्वी यादव

आरजेडी सुप्रीमो ने नीतीश सरकार पर लगाया मुस्लिम समाज को भ्रमित करने का आरोप, सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ताओं के साथ हुए शामिल

पटना। विपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वक्फ विधेयक को लेकर नीतीश सरकार और भाजपा पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने ऐलान किया कि अगर राज्य में आरजेडी की सरकार बनती है, तो यह विवादित विधेयक ‘कूड़ेदान’ में फेंक दिया जाएगा। तेजस्वी ने साफ किया कि उनकी पार्टी भी इस विधेयक को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने वालों में शामिल हो चुकी है।

तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू पर मुस्लिम समाज को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस विधेयक को अल्पसंख्यकों के हित में बताकर झूठ फैलाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि जदयू ने अपने मुस्लिम नेताओं पर दबाव बनाकर एक प्रेस वार्ता कराई, जो पूरी तरह विफल रही क्योंकि ज़्यादातर नेता पत्रकारों के सवालों से बचते हुए चुपचाप मंच से निकल गए।

आरजेडी कार्यालय से कुछ ही दूरी पर जदयू के प्रेस कॉन्फ्रेंस स्थल को लेकर तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा कि अब जल्द ही वहां नीतीश कुमार की तस्वीर की जगह नरेंद्र मोदी की तस्वीरें लग जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि अब तो बच्चे-बच्चे को पता है कि चुनाव के बाद नीतीश कुमार का क्या होने वाला है।

तेजस्वी ने दो टूक कहा कि आरजेडी ने संसद के दोनों सदनों में वक्फ विधेयक का विरोध किया था क्योंकि यह संविधान के अनुच्छेद 26 का उल्लंघन करता है, जिसमें धार्मिक संस्थाओं को अपने मामलों का स्वतंत्र प्रबंधन करने का अधिकार है। उन्होंने इसे भाजपा की धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति का हिस्सा बताते हुए कहा कि यह असली मुद्दों जैसे बेरोजगारी से ध्यान भटकाने की साजिश है।

उन्होंने आश्वासन दिया कि बिहार में अगर आरजेडी की सरकार बनती है तो यह विधेयक कभी लागू नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है, कल ईसाई और सिख समुदाय भी इसके शिकार बन सकते हैं। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ-साथ दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के प्रति घृणा का आरोप लगाया।

अपने शासनकाल की चर्चा करते हुए तेजस्वी ने कहा कि आरजेडी ने सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों को 65% आरक्षण देने का निर्णय लिया था, लेकिन भाजपा समर्थकों की याचिका पर पटना हाईकोर्ट ने उसे रद्द कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार इस फैसले को चुनौती देने में नाकाम रही, जिसके कारण आरजेडी अब खुद सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की पैरवी कर रही है।

चिराग पासवान का पलटवार : विपक्ष फैला रहा है झूठा नैरेटिव

इस बीच केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वक्फ विधेयक पर झूठा नैरेटिव खड़ा किया जा रहा है, ताकि वोट बैंक की राजनीति की जा सके। उन्होंने इसे सीएए, अनुच्छेद 370 और राम मंदिर जैसे मुद्दों से जोड़ते हुए कहा कि इन सबने मुस्लिम समाज को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।

पासवान ने स्पष्ट किया कि वक्फ विधेयक में किए गए संशोधन पहले से मौजूद संपत्तियों पर लागू नहीं होंगे और इससे मुस्लिम समाज के उन लोगों को राहत मिलेगी जो वक्फ बोर्ड से जुड़े विवादों में उलझे हुए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष का उद्देश्य सिर्फ राजनीतिक लाभ लेना है, न कि किसी समुदाय की भलाई।

 

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