संपत्ति विवाद में चिराग पासवान की बड़ी मां
पारिवारिक कलह से आहत राजकुमारी देवी ने पशुपति पारस पर लगाया आरोप
खगड़िया। पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान के परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद गहरा गया है। इस विवाद में उनकी पहली पत्नी राजकुमारी देवी को घर से बेदखल कर दिया गया है। आरोप है कि पासवान के भाई और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस और दिवंगत रामचंद्र पासवान की पत्नी ने उनके घर के कमरों में ताले जड़ दिए हैं। इससे आहत राजकुमारी देवी ने बेटे चिराग पासवान से जल्द घर लौटकर संपत्ति का बंटवारा कराने की अपील की है।
कमरे में ताला, ऑक्सीजन पर बड़ी मां
जानकारी के अनुसार, खगड़िया जिले के शहरबन्नी गांव स्थित पैतृक आवास में राजकुमारी देवी के कमरों में जबरन ताले जड़ दिए गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि राजकुमारी देवी की तबीयत खराब है और उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। उनकी बिगड़ती हालत के बावजूद उन्हें घर से बाहर कर दिया गया, जिससे वह मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं।
पारिवारिक विवाद ने लिया तीखा रूप
स्थानीय लोगों का कहना है कि राजकुमारी देवी ने पशुपति पारस और रामचंद्र पासवान की पत्नी पर संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि तीन भाई हैं, ऐसे में सभी को बराबर हिस्सा मिलना चाहिए। राजकुमारी देवी का दावा है कि पहले ही उनकी कृषि भूमि पर कब्जा कर लिया गया था और अब उन्हें घर से भी निकाल दिया गया है।
चिराग से बंटवारे की गुहार
राजकुमारी देवी ने अपने बेटे चिराग पासवान से आग्रह किया है कि वह जल्द गांव आकर इस मामले में हस्तक्षेप करें और संपत्ति का निष्पक्ष बंटवारा कराएं। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “चिराग नहीं आया तो हम मर जाएंगे।”
ग्रामीणों ने की समाधान की अपील
ग्रामीणों का कहना है कि यह मामला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उनका कहना है कि रामविलास पासवान ने हजारों लोगों को रोजगार दिया था, ऐसे में उनकी पत्नी का बेघर होना बेहद पीड़ादायक है। लोगों ने परिवार से आपसी सहमति से समाधान निकालने की अपील की है।