पटना
बिहार में बिजली के स्मार्ट मीटर को लेकर राजनीति गरमा गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ने का ऐलान कर दिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बुधवार को यह घोषणा की कि 1 अक्टूबर से राज्यभर में स्मार्ट मीटर के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन होगा।
जगदानंद सिंह ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर के नाम पर जनता से लूट हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल में 30 से 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हो रही है, जिससे गरीब, किसान और आम जनता पर अतिरिक्त बोझ बढ़ रहा है। RJD ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में इसके गंभीर परिणाम होंगे।
“स्मार्ट मीटर हटाओ, जनता को राहत दो” – RJD
जगदानंद सिंह ने साफ किया कि अगर सरकार ने स्मार्ट मीटर हटाने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो RJD के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर इन मीटरों को उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अगर स्मार्ट मीटर लगाने के लिए गांवों में घुसने की कोशिश करेंगे, तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा।
सरकार को चेतावनी, आंदोलन की तैयारी पूरी
जगदानंद सिंह ने यह भी दावा किया कि अब तक बिहार में 32 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जो पूरे देश के अन्य हिस्सों के मुकाबले काफी ज्यादा हैं। राज्य सरकार का लक्ष्य 1 करोड़ 72 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का है। सिंह ने कहा कि यह मीटर उपभोक्ताओं के लिए सिरदर्द बन गए हैं और RJD किसी भी कीमत पर इसका विरोध करेगी।
आरजेडी ने सरकार को डेढ़ महीने का समय देते हुए कहा है कि अगर इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन और तेज होगा। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और अपनी आवाज बुलंद करें।
1 अक्टूबर से आंदोलन की शुरुआत
RJD का यह आंदोलन 1 अक्टूबर से शुरू होने वाला है, जिसके तहत राज्यभर में स्मार्ट मीटर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। पार्टी का दावा है कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार स्मार्ट मीटर की समस्या का समाधान नहीं कर देती।
इस मुद्दे पर राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है और सभी की नजरें अब 1 अक्टूबर को होने वाले इस बड़े आंदोलन पर टिकी हुई हैं।