दुबई में ऐतिहासिक जीत, कप्तान सोफी डिवाइन का आखिरी मैच बना यादगार
दुबई
न्यूजीलैंड की महिला क्रिकेट टीम ने अपने क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जोड़ते हुए पहली बार महिला टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया है। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को 32 रनों से शिकस्त दी और वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम की। इस शानदार जीत के साथ ही न्यूजीलैंड अब उन चैंपियन टीमों की श्रेणी में आ गया है, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज पहले से शामिल हैं।
फाइनल मैच में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज जॉर्जिया प्लिमर को आयोबोंगा खाका ने जल्द ही पवेलियन लौटा दिया। इसके बाद अनुभवी खिलाड़ी सूजी बेट्स ने पारी को संभालते हुए 32 रन बनाए, लेकिन नॉनकुलुलेको म्लाबा ने उन्हें भी ज्यादा देर टिकने नहीं दिया।
कप्तान सोफी डिवाइन, जो अपने करियर का आखिरी मैच खेल रही थीं, केवल 6 रन बना सकीं। हालांकि, इसके बाद अमेलिया केर और ब्रुक हॉलिडे ने पारी को संभालते हुए महत्वपूर्ण साझेदारी की। हॉलिडे ने 28 गेंदों में 38 रनों की तेजतर्रार पारी खेली, जबकि केर ने 43 रन बनाकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। न्यूजीलैंड ने 20 ओवरों में 158 रन बनाए, जिसमें मड्डी ग्रीन के 12 रनों का योगदान भी शामिल था।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से म्लाबा ने 2 विकेट लिए, जबकि खाका, ट्रायॉन और नाडिन डि क्लर्क को 1-1 विकेट मिला।
159 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम की शुरुआत अच्छी रही। कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट और ताज़मिन ब्रिट्स ने 51 रनों की मजबूत साझेदारी की। हालांकि, अमेलिया केर ने 10वें ओवर में दो बड़े झटके देते हुए वोल्वार्ड्ट (33 रन) और ऐनीके बॉश को पवेलियन भेजा, जिससे मैच का रुख पूरी तरह बदल गया। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी बिखर गई। मारिज़ाने कैप और क्लो ट्रायॉन जैसी दिग्गज बल्लेबाज सस्ते में आउट हो गईं और पूरी टीम 126 रनों पर सिमट गई।
अमेलिया केर ने 24 रन देकर 3 विकेट झटके, जबकि रोज़मेरी मेयर ने 3 विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को पस्त कर दिया। एडन कार्सन और ब्रुक हॉलिडे ने भी विकेट लेकर विपक्षी टीम पर दबाव बनाए रखा।
न्यूजीलैंड की इस ऐतिहासिक जीत ने न केवल उनके लिए वर्ल्ड कप ट्रॉफी सुनिश्चित की बल्कि उनकी टीम के जज्बे और जुझारूपन की भी मिसाल पेश की। यह जीत न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका को लगातार तीसरे टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में हार का सामना करना पड़ा, जिससे उनकी निराशा और बढ़ गई है।
इस खिताबी जीत के साथ न्यूजीलैंड ने न सिर्फ क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज किया, बल्कि अपनी अगली पीढ़ी की महिला खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा भी बन गई है।