मीडिया साक्षरता संगोष्ठी में छात्रों को मिली सही खबर पहचानने की सीख

पटना, 22 फरवरी 2025 – डिजिटल युग में सही और गलत सूचना के बीच अंतर करना एक चुनौती बन गया है। इसी दिशा में फैक्टशाला यूनिवर्सिटी नेटवर्क के तहत मीडिया साक्षरता संगोष्ठी का आयोजन सेंट ज़ेवियर्स कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, पटना में किया गया। यह पहल डेटालीड्स द्वारा संचालित और गूगल न्यूज़ इनिशिएटिव के सहयोग से की गई, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में मिनाती चकलानाविस ने छात्रों को मीडिया साक्षरता की बारीकियों से अवगत कराया।

फेक न्यूज से बचने और सही सूचना तक पहुंचने की सीख

इस संगोष्ठी का उद्देश्य युवाओं को फेक न्यूज की पहचान, तथ्यों के सत्यापन और निष्पक्ष पत्रकारिता की समझ विकसित करने के लिए प्रशिक्षित करना था। मिनाती चकलानाविस ने व्यावहारिक उदाहरणों, इंटरएक्टिव चर्चाओं और रियल-टाइम फैक्ट-चेकिंग गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को यह सिखाया कि गलत सूचनाओं से कैसे बचा जाए और सही खबरों की पहचान कैसे की जाए।

उन्होंने बताया कि मीडिया में फैली भ्रामक जानकारी कैसे समाज को प्रभावित करती है और इससे बचने के लिए डिजिटल साक्षरता कितनी महत्वपूर्ण है। छात्रों को स्रोतों के सत्यापन, निष्पक्ष समाचार विश्लेषण और जिम्मेदार मीडिया उपभोग की दिशा में प्रशिक्षित किया गया।

सूचना क्रांति के दौर में मीडिया साक्षरता अनिवार्य

कार्यक्रम के दौरान मिनाती चकलानाविस ने कहा, “सूचना के इस युग में मीडिया साक्षरता केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि एक आवश्यक कौशल बन चुका है। सही सूचना तक पहुंच और गलत सूचना से बचाव ही एक जागरूक समाज की नींव है।”

मीडिया साक्षरता को बढ़ावा देने की पहल

फैक्टशाला यूनिवर्सिटी नेटवर्क और गूगल न्यूज़ इनिशिएटिव के संयुक्त प्रयास से देशभर के शिक्षण संस्थानों में मीडिया साक्षरता अभियान चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य युवाओं को डिजिटल युग में जागरूक उपभोक्ता बनाना है, ताकि वे सूचनाओं की सही जांच कर समाज में सही जानकारी का प्रसार कर सकें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *