पटना, ।
सेंट जेवियर्स कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (एसएक्ससीएमटी), पटना के व्यवसाय प्रशासन विभाग द्वारा बीबीए अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए 23 से 25 दिसंबर 2024 तक पुणे में औद्योगिक दौरे का आयोजन किया गया। इस दौरे का उद्देश्य छात्रों को उद्योग की कार्यप्रणाली का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करना, प्रबंधन और नेतृत्व कौशल को मजबूत करना, और व्यावसायिक दुनिया की चुनौतियों को समझने के लिए प्रेरित करना था।
पहला दिन: आरआईआईएम पुणे में नेतृत्व विकास गतिविधि
दौरे की शुरुआत 23 दिसंबर को आरआईआईएम, पुणे में आयोजित प्रबंधन और नेतृत्व विकास गतिविधि से हुई। इस सत्र में छात्रों को नेतृत्व, टीम वर्क और समस्या समाधान कौशल विकसित करने पर जोर दिया गया। इंटरएक्टिव सत्र ने छात्रों को व्यावसायिक समस्याओं का सामना करने के लिए जरूरी उपकरण और रणनीतियां प्रदान कीं।
दूसरा दिन: मैप्रो फूड पार्क और महाकालेश्वर का दौरा
दूसरे दिन, 24 दिसंबर को, छात्रों ने एफएमसीजी सेक्टर के प्रमुख ब्रांड मैप्रो फूड पार्क का दौरा किया। उन्हें खाद्य उत्पादन और पैकेजिंग की जटिल प्रक्रियाओं को समझने का मौका मिला।
इसके बाद, छात्रों ने पुणे स्थित महाकालेश्वर मंदिर का भ्रमण किया। इस सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभव ने दौरे को एक नई दिशा दी और छात्रों को मानसिक ताजगी प्रदान की।
तीसरा दिन: कल्याणी मैक्सियन व्हील्स का दौरा और प्रमाण पत्र वितरण
25 दिसंबर को दौरे के अंतिम दिन छात्रों ने कल्याणी मैक्सियन व्हील्स का दौरा किया। यहां उन्हें ऑटोमोबाइल के पुर्जों के निर्माण की आधुनिक तकनीकों और प्रक्रियाओं को करीब से समझने का अवसर मिला।
दौरे का समापन प्रमाण पत्र वितरण समारोह के साथ हुआ, जहां छात्रों को उनकी भागीदारी और सक्रियता के लिए सम्मानित किया गया।
विशेष आकर्षण
इस दौरे में व्यवसाय प्रशासन विभाग के प्रमुख प्रो. पियूष आर. सहाय और सहायक प्रोफेसर शिल्पा शर्मा की भागीदारी विशेष आकर्षण रही। उन्होंने आरआईआईएम, पुणे द्वारा आयोजित फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम और उद्योग विशेषज्ञ सत्र में भाग लिया। उनकी उपस्थिति ने छात्रों और विभाग को शैक्षणिक और व्यावसायिक दृष्टिकोण से और अधिक सशक्त किया।
पुणे का यह औद्योगिक दौरा छात्रों के लिए सीखने, अनुभव करने और सांस्कृतिक समृद्धि का एक आदर्श संयोजन साबित हुआ। यह दौरा न केवल छात्रों के प्रबंधन कौशल को निखारने में सहायक रहा, बल्कि सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक अनुभव में बदलने की प्रेरणा भी दी।