पटना
राज्य के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने आज बिहार को बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। पटना के बामेती सभागार में आयोजित ‘प्रमाणित गेहूं बीज उत्पादन महाभियान’ कार्यशाला में मंत्री ने घोषणा की कि सरकार द्वारा किसानों के उत्पादन किए गए गेहूं बीज का शत-प्रतिशत क्रय किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने की।
मंत्री पांडेय ने कहा कि बीज कृषि की नींव है और गुणवत्ता युक्त बीजों के उपयोग से 20 प्रतिशत तक अधिक उपज प्राप्त की जा सकती है। इसके लिए राज्य सरकार संकर बीज उत्पादन का कार्य भी शुरू कर रही है, जिससे किसानों को राज्य के भीतर ही प्रमाणित बीज उपलब्ध कराया जा सकेगा।
इस महाभियान के तहत रबी 2024-25 में 3.50 लाख क्विंटल प्रमाणित गेहूं बीज उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। राज्य के 21 जिलों को इसके लिए चिह्नित किया गया है, जहां विशेष योजनाएं लागू की जाएंगी। पांडेय ने बताया कि किसानों को अधिक लाभ मिले, इसके लिए बीजों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य से 25 से 30 प्रतिशत अधिक पर की जाएगी।
बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की तैयारी
राज्य सरकार ने 14,750 क्विंटल आधार बीज उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और कृषि विश्वविद्यालयों से 8,750 क्विंटल बीज मंगाए जा रहे हैं। इस आधार बीज का उपयोग कर 3.50 लाख क्विंटल प्रमाणित गेहूं बीज का उत्पादन होगा। अगले कुछ वर्षों में राज्य बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाएगा और दूसरे राज्यों को भी बीज की आपूर्ति करेगा।
किसानों के लिए 80 प्रतिशत अनुदान
बीज उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को 80 प्रतिशत अनुदान पर आधार बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही किसानों को बीज उत्पादन तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे उनका उत्पादन बेहतर हो सके।
वैज्ञानिकों का सहयोग
कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि राज्य में गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए इस वर्ष किसानों को निःशुल्क आधार बीज दिया जा रहा है। इसके अलावा, कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों को बीज उत्पादन में किसानों की मदद के लिए जोड़ा गया है।
कार्यक्रम में बिहार राज्य बीज निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. आलोक रंजन घोष, निदेशक उद्यान अभिषेक कुमार, कृषि मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
खास जिलों में होगा बीज उत्पादन
राज्य के 21 जिलों में बीज उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें 15 जिलों में सामान्य किसानों के माध्यम से जबकि 6 जिलों में कृषक उत्पादक संघ (एफपीओ) के माध्यम से उत्पादन किया जाएगा।