तेजस्वी का हमला: “बिहार तैयार है बदलाव के लिए, नीतीश जी बेहोशी की हालत में हैं”
RJD ने किया नया पोर्टल लॉन्च, प्रशांत किशोर बोले – अब चाहिए जनता का शासन

पटना।
राजनीतिक सरगर्मी से गर्म बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को बड़ा बयान देते हुए दावा किया कि राज्य की जनता अब नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार से उब चुकी है और आगामी विधानसभा चुनावों में बदलाव तय है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि “नीतीश जी बेहोशी की अवस्था में सरकार चला रहे हैं।”

पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान तेजस्वी ने कहा, “राज्य में पिछले 20 वर्षों से एक ही सोच की सरकार है, जिससे अब जनता ऊब चुकी है। बिहार के लोग बदलाव चाहते हैं। हमें नया बिहार बनाना है – सकारात्मक सोच और विकास की राजनीति के साथ।”

आरजेडी का डिजिटल अभियान: ‘लेट्स मेक बिहार बेटर’

इस मौके पर उन्होंने अपनी पार्टी का नया डिजिटल पोर्टल ‘लेट्स मेक बिहार बेटर’ भी लॉन्च किया। तेजस्वी के अनुसार यह पोर्टल उन लोगों के लिए है जो आरजेडी की विचारधारा के साथ जुड़कर नए बिहार के निर्माण में योगदान देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “कोई भी नागरिक जो पार्टी के उद्देश्यों के साथ जुड़ना चाहता है और स्वेच्छा से काम करना चाहता है, उसका स्वागत है।”

तेजस्वी ने सरकार पर गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि “20 वर्षों में बिहार की स्थिति नहीं बदली, अब हमें आगे बढ़ना है — मुद्दों की राजनीति करनी है, जाति-धर्म से ऊपर उठकर।”

जातिगत जनगणना पर बीजेपी को घेरा

तेजस्वी यादव ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर जातीय जनगणना को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “बीजेपी को वास्तव में जातिगत जनगणना कराने में कोई रुचि नहीं है। अगर विपक्ष ने दबाव नहीं बनाया होता तो यह सर्वे कभी नहीं होता।”

जातिगत जनगणना का मुद्दा बिहार की राजनीति में संवेदनशील रहा है। विपक्ष इसे सामाजिक न्याय के लिए ज़रूरी मानता है जबकि केंद्र इस पर स्पष्ट रुख नहीं दिखा पाया है।

प्रशांत किशोर का बयान: “अब चाहिए जन सुराज”

इस बीच चुनावी पटल पर एक और विकल्प उभर रहा है — जन सुराज। इसके संस्थापक और जाने-माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी जनता से आह्वान किया कि अब बिहार को एक वैकल्पिक व्यवस्था की जरूरत है।

उन्होंने कहा, “मैं वोट नहीं मांग रहा, लेकिन मैं 2.5 साल में 5,000 गांवों में पैदल चला हूं और जन सुराज पार्टी बनाई है। आपने लालू यादव, नीतीश कुमार और मोदी जी का शासन देखा है — अब बिहार में जनता का शासन आना चाहिए।”

तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर दोनों के बयानों से स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति अब चुनावी मोड में प्रवेश कर चुकी है। जहां एक ओर आरजेडी डिजिटल माध्यमों के ज़रिए युवाओं को जोड़ने में लगी है, वहीं जन सुराज ज़मीनी स्तर पर जनता से सीधा संवाद स्थापित कर बदलाव का दावा कर रही है।

 

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