यूक्रेन की सुरक्षा को लेकर ब्रिटेन ने बनाया चार सूत्रीय रणनीति, स्टार्मर बोले- “अब केवल बात करने का समय नहीं”
3 मार्च। यूरोप में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीयर स्टार्मर ने यूक्रेन की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए चार सूत्रीय रणनीति की घोषणा की है। उन्होंने यूरोपीय नेताओं से “निर्णायक कदम” उठाने का आह्वान करते हुए कहा कि यह केवल चर्चा करने का समय नहीं है, बल्कि ठोस कार्रवाई की जरूरत है।
ब्रिटेन देगा 1.6 अरब पाउंड की सैन्य सहायता
लंदन के लैंकेस्टर हाउस में आयोजित उच्च स्तरीय रक्षा शिखर सम्मेलन के बाद, स्टार्मर ने यूक्रेन को 1.6 अरब पाउंड की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की, जिससे 5000 से अधिक मिसाइलों की खरीद की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूरोप को इस समय एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, “हर देश को योगदान देना होगा। हमने मिलकर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, जिससे यूक्रेन की स्थिति मजबूत होगी।”
चार बिंदुओं पर आधारित सुरक्षा रणनीति
स्टार्मर ने यूक्रेन की सुरक्षा को लेकर चार महत्वपूर्ण कदम गिनाए—
- यूक्रेन को निरंतर सैन्य सहायता दी जाएगी और रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाया जाएगा।
- किसी भी स्थायी शांति समझौते में यूक्रेन की संप्रभुता और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, जिसमें उसे वार्ता की मेज पर प्रमुख स्थान मिलेगा।
- शांति समझौते के बाद भी यूक्रेन की रक्षा क्षमताओं को मजबूत किया जाएगा ताकि भविष्य में किसी भी हमले को रोका जा सके।
- एक ऐसे राष्ट्रों के गठबंधन का निर्माण किया जाएगा, जो शांति समझौते को बनाए रखने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करेगा।
स्टार्मर ने यह भी कहा कि भले ही कुछ देश यूक्रेन को समर्थन देने में हिचकिचाएं, लेकिन जो देश तैयार हैं, उन्हें तुरंत और प्रभावी कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा, “यूक्रेन की सुरक्षा के लिए यूरोप को अपनी भूमिका निभानी होगी। ब्रिटेन अपनी पूरी ताकत से इस मिशन का समर्थन करने के लिए तैयार है।”
रक्षा शिखर सम्मेलन और वैश्विक प्रतिक्रिया
इस रक्षा शिखर सम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ शामिल हुए।
ज़ेलेंस्की ने इस बैठक के बाद ब्रिटेन के राजा चार्ल्स से मुलाकात की, जबकि इससे पहले उन्होंने वॉशिंगटन में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी एक महत्वपूर्ण बैठक की थी।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने अमेरिका द्वारा यूक्रेन को समर्थन देने पर उठ रहे सवालों को दरकिनार करते हुए कहा, “आज इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं। अब केवल चर्चा करने का समय नहीं है, बल्कि एकजुट होकर निर्णायक कार्रवाई करने की जरूरत है।”
यूरोपीय नेताओं ने इस रणनीति पर आगे की कार्ययोजना तय करने के लिए जल्द ही फिर से बैठक करने का निर्णय लिया, ताकि यूक्रेन को निरंतर और प्रभावी समर्थन मिलता रहे।