पटना
बिहार में होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को गहरा आघात लगा है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुशवाहा और प्रदेश महासचिव परमानंद कुशवाहा ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा देकर सियासी हलचल बढ़ा दी है। दोनों नेताओं ने पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह घोषणा की।
बिहार की चार विधानसभा सीटों—तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज—पर जल्द ही उपचुनाव की घोषणा होने की संभावना है, जिसको लेकर राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है। चुनाव आयोग से उपचुनाव की तारीखों का इंतजार किया जा रहा है। इस बीच, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के लिए दो प्रमुख नेताओं का इस्तीफा एक बड़ा झटका माना जा रहा है, खासतौर पर तब जब चुनावी सरगर्मियाँ तेज हैं।
इस्तीफा देते समय अजय कुशवाहा ने नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि बेलागंज सीट को लेकर पार्टी के शीर्ष स्तर पर अब तक कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है, जिससे पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ता जा रहा है। उन्होंने पार्टी के भीतर अनुशासनहीनता का भी आरोप लगाया।
इसी तरह, परमानंद कुशवाहा ने कुर्था विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की अपनी मंशा जाहिर करते हुए पार्टी से अलग होने का निर्णय लिया है। दोनों नेताओं का कहना है कि वर्तमान नेतृत्व के साथ काम करना अब असंभव हो गया है, और वे अपने राजनीतिक भविष्य के लिए नई दिशा की तलाश में हैं।
इस घटनाक्रम ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा के भीतर मंथन की स्थिति पैदा कर दी है, क्योंकि उपचुनाव से ठीक पहले प्रमुख पदाधिकारियों का इस्तीफा पार्टी की संभावनाओं पर गहरा असर डाल सकता है।