रोशनी की राह तकते रहे बाजार और मोहल्ले, दीपावली-छठ पर भी उम्मीदें धूमिल
जमालपुर
त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है, लेकिन जमालपुर नगर परिषद की अनदेखी के चलते सदर बाजार समेत कई प्रमुख इलाकों में अंधेरा छाया हुआ है। रात होते ही शहर की गलियों और मुख्य सड़कों पर अंधकार पसरा रहता है, जिससे स्थानीय व्यापारियों और निवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। त्योहारों की रौनक भी इन इलाकों में धूमिल पड़ती नजर आ रही है।
खराब स्ट्रीट लाइटों से परेशान शहरवासी
नगर परिषद क्षेत्र में लगी एलईडी और हाई मास्क लाइटें महीनों से खराब पड़ी हुई हैं। जब तक दुकानों की रोशनी रहती है, सड़कों पर थोड़ा-बहुत उजाला रहता है, लेकिन जैसे ही दुकाने बंद होती हैं, पूरा इलाका अंधकार में डूब जाता है। सदर बाजार, फरीदपुर, रामपुर और मूंगरौरा जैसे क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइटों की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। दीपावली और छठ जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों के नजदीक आने के बावजूद अब तक इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
वार्ड पार्षदों ने उठाई आवाज
वार्ड पार्षद साईं शंकर ने नगर परिषद की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि जमालपुर के विभिन्न वार्डों में रोशनी की व्यवस्था के लिए बजट पास हुआ था, लेकिन काम धरातल पर नहीं दिख रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में ईईएसएल (एनर्जी एफिशिएंसी सर्विस लिमिटेड) कंपनी को स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव का जिम्मा सौंपा गया था, लेकिन उसकी अवधि समाप्त होने के बाद अब नगर विकास एवं आवास विभाग ने नगर निकाय को यह जिम्मेदारी दी है। बावजूद इसके, नगर परिषद प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
अंधेरा बना अपराधियों का सहारा
अंधेरे का लाभ उठाकर चोर, उचक्के और असामाजिक तत्व जमालपुर के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय हैं। स्टेशन रोड समेत कई प्रमुख इलाकों में एक भी बिजली पोल नहीं लगाए गए हैं, जिससे लोग रात में यहां चलने से कतराते हैं। स्थानीय निवासी और दुकानदार नगर परिषद से बार-बार अपील कर रहे हैं कि त्योहारों के पहले लाइट व्यवस्था को ठीक किया जाए, लेकिन उनकी गुहार सुनने वाला कोई नहीं है।
नए सिरे से शुरू होगी योजना
नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी विजयशील गौतम ने बताया कि ईईएसएल की अवधि समाप्त हो चुकी है, जिसके बाद नगर निकाय को ही अब स्ट्रीट लाइटों के मेंटेनेंस का कार्य सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि योजना पर नए सिरे से काम शुरू किया जाएगा, लेकिन त्योहारों के बीच इस देरी ने लोगों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है।
जमालपुर के निवासियों को उम्मीद है कि दीपावली और छठ से पहले नगर परिषद जागेगी और उनके शहर की सड़कों पर रोशनी लौटेगी, ताकि त्योहारों की खुशियां अंधेरे में न गुम हो जाएं।