पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी रह चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बिहार की सियासत में एक नई पार्टी का एलान कर दिया है। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम ‘आसा’ (आप सबकी आवाज़) रखा है। पटना में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान आरसीपी सिंह ने पार्टी के नाम के साथ-साथ झंडे और संगठनात्मक ढांचे का भी विस्तार से जिक्र किया। उनका कहना है कि पार्टी की संरचना ब्लॉक से लेकर राज्य स्तर तक विस्तारित होगी, और करीब 140 लोग चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं।
पार्टी का झंडा और LOGO भी हुआ पेश
आरसीपी सिंह ने पार्टी का झंडा भी जनता के सामने पेश किया। उन्होंने बताया कि झंडे में तीन रंग होंगे—ऊपर हरा, बीच में पीला, और नीचे नीला। सिंह ने कहा कि चुनाव चिह्न मिलने के बाद पार्टी का LOGO पीले रंग वाले भाग में काले रंग में अंकित किया जाएगा।
‘140 समर्थक चुनाव के लिए तैयार’
प्रेस कांफ्रेंस में आरसीपी सिंह ने कहा कि वर्तमान में 140 लोग उनकी पार्टी से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। उन्होंने आगे बताया कि जनता तक पहुंचने के लिए मिस कॉल से जोड़ने का अभियान भी शुरू किया जाएगा।
शिक्षक वर्ग के समर्थन में बोले, नीतीश पर साधा निशाना
आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कभी सीएम नीतीश ने खुद सुबह 5 बजे स्कूल जाने की मुश्किल का सामना किया है? सिंह का कहना था कि शिक्षकों को सुबह इतनी जल्दी हाजिरी के लिए बुलाना अनुचित है और इस व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता है।
शराबबंदी पर कसा तंज
बिहार में शराबबंदी की नीति पर सवाल उठाते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि सरकार की खामोशी से राज्य में जहरीली शराब की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शराबबंदी के बावजूद, अवैध शराब की होम डिलीवरी हो रही है, जिससे आम जनता को परेशानी हो रही है।
आरसीपी सिंह की इस नई पहल से बिहार की राजनीति में क्या नया मोड़ आएगा, यह देखने की बात होगी, लेकिन उनका आक्रामक रुख नीतीश कुमार की नीतियों के खिलाफ एक नया विपक्षी स्वर प्रदान कर रहा है।