गया
जन सुराज पार्टी के इमामगंज उपचुनाव के प्रत्याशी पर उठे सवालों के बीच प्रशांत किशोर ने गया में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पार्टी के सिद्धांतों का बचाव करते हुए कहा कि जन सुराज गलत लोगों को उम्मीदवार बनाने में विश्वास नहीं करती। प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि इमामगंज के प्रत्याशी जितेंद्र पासवान, जिन्हें स्थानीय लोग ‘डॉक्टर साहब’ कहकर संबोधित करते हैं, पिछले कई वर्षों से चिकित्सा क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं का हाल किसी से छिपा नहीं है। पिछले तीन दशकों में लालू और नीतीश के शासन में स्वास्थ्य व्यवस्था कमजोर होती चली गई है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में गांवों में अधिकतर चिकित्सा सेवाएं मेडिकल प्रैक्टिशनरों के भरोसे ही चल रही हैं और जितेंद्र पासवान जैसे लोग ग्रामीण क्षेत्रों में इलाज का सहारा बने हुए हैं।
उन्होंने सवाल उठाने वालों को जवाब देते हुए कहा कि अगर सरकार को लगता है कि जितेंद्र पासवान ने किसी प्रकार का कानून तोड़ा है, तो नीतीश-बीजेपी सरकार उन पर कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद ऐसे प्रैक्टिशनरों को ट्रेनिंग देकर मान्यता देने का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ।
प्रशांत किशोर ने अंत में कहा कि यदि सरकार चाहती है कि स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार हो और इसके लिए इन प्रैक्टिशनरों पर निर्भरता कम की जा सके, तो सरकार को वैकल्पिक उपाय दिखाने चाहिए।