खेल और समाजसेवा के क्षेत्र में निस्वार्थ योगदान के लिए पहचान
अलीगढ़। अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम, उत्तर प्रदेश में आयोजित 43वीं जूनियर नेशनल खो-खो चैंपियनशिप के दौरान मुंगेर के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और समाजसेवी हरिमोहन सिंह को खेल और समाजसेवा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया और आयोजन समिति की ओर से दिया गया।
हरिमोहन सिंह, जो जनकल्याण शिव शक्ति हरिमोहन फाउंडेशन के संस्थापक और मुंगेर जिला खो-खो एसोसिएशन के सचिव हैं, ने महिला और दिव्यांग खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करने के लिए एक अलग पहचान बनाई है। चैंपियनशिप में उन्हें प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान विभिन्न राज्यों के कोच, मैनेजर और हजारों खिलाड़ी मौजूद थे।
महिला और दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए निरंतर कार्य
हरिमोहन पिछले आठ वर्षों से महिला और दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने दिव्यांग व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं जैसे दिव्यांग प्रमाणपत्र, राशन कार्ड, ट्राईसाइकिल और कृत्रिम अंग उपलब्ध कराने में मदद की है।
राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कई सम्मान
हरिमोहन सिंह को पूर्व में बिहार के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों द्वारा कई बार सम्मानित किया गया है। उन्हें “युवा भारत गौरव सम्मान”, “पतंजलि अवॉर्ड” और “भीम अवॉर्ड” जैसे राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार मिल चुके हैं। साथ ही, बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में उन्हें मुंगेर जिला का पीडब्ल्यूडी ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया था।
खेल और समाजसेवा का अद्वितीय संगम
वर्तमान में हरिमोहन सिंह कई संगठनों से जुड़े हैं, जिनमें बिहार स्टेट बैटल स्पोर्ट्स डांस एसोसिएशन और पैरा लॉन बाउल्स एसोसिएशन ऑफ बिहार शामिल हैं। वे दिव्यांगजनों के अधिकारों और कल्याण के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।
हरिमोहन सिंह के सम्मानित होने पर मुंगेर के खेल प्रेमियों, खिलाड़ियों, प्रशासनिक अधिकारियों और समाजसेवियों ने हर्ष व्यक्त किया और उनकी सराहना की।