वॉशिंगटन
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया संकट पर रूस की भूमिका की आलोचना की है। उन्होंने दावा किया कि रूस ने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद का साथ छोड़ दिया, जिससे उनका पतन हुआ।
ट्रंप ने कहा कि रूस को पहले ही असद का समर्थन नहीं करना चाहिए था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यूक्रेन युद्ध के चलते रूस ने सीरिया में अपनी रुचि खो दी, और यह स्थिति कभी नहीं आनी चाहिए थी।
रविवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने लिखा कि असद सीरिया छोड़ चुके हैं, और अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अगुवाई में उनका समर्थन करने में कोई रुचि नहीं बची है।
ट्रंप ने रूस की सीरिया में उपस्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि वहां जाने का कोई ठोस कारण नहीं था। उन्होंने यूक्रेन युद्ध को इसका मुख्य कारण बताया और कहा कि यह संघर्ष अनिश्चितकाल तक चल सकता है।
रूस और ईरान पर भी निशाना
ट्रंप ने असद के प्रमुख समर्थक रूस और ईरान की वर्तमान स्थिति को कमजोर बताते हुए कहा कि यूक्रेन युद्ध और गिरती अर्थव्यवस्था के कारण रूस संघर्ष कर रहा है, जबकि ईरान को इज़राइल की सैन्य कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है।
यूक्रेन युद्ध को जल्द समाप्त करने की अपील
20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले ट्रंप ने यूक्रेन संकट पर भी अपनी रणनीति का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि युद्ध में दोनों पक्षों ने भयानक क्षति झेली है, जिसमें यूक्रेन के हजारों नागरिकों की मौत शामिल है।
हाल ही में पेरिस यात्रा के दौरान ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि ज़ेलेंस्की युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत के इच्छुक हैं। ट्रंप ने तुरंत युद्धविराम और शांतिवार्ता शुरू करने की अपील की।
ट्रंप ने कहा कि व्लादिमीर पुतिन के पास शांति के लिए कदम उठाने का मौका है और इस प्रक्रिया में चीन की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो सकती है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया इस संकट के समाधान का इंतजार कर रही है।