भविष्य की दिशा तय करता अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन: 10 देशों, 1000 से अधिक विचारक और 150 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत

पटना, 28 फरवरी 2025 – सेंट जेवियर्स कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (SXCMT), पटना के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग और ग्लोबल कॉन्फ्रेंस हब, कोयंबटूर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित “सेकंड इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन फ्यूचरिस्टिक ट्रेंड्स इन साइंस, इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट (ICFTSEM-II) 2025” ने विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रबंधन के क्षेत्र में नवीनतम शोधों और प्रगतियों को वैश्विक मंच प्रदान किया।

10 देशों और 21 भारतीय राज्यों से भागीदारी
27-28 फरवरी 2025 को आयोजित इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में 10 देशों और भारत के 21 राज्यों से 1090 शोधकर्ताओं ने भाग लिया। 287 शोध पत्रों में से 171 शोध पत्र स्वीकृत किए गए, जिनकी स्वीकृति दर 59.5% रही। इस दौरान 34 विश्वविद्यालयों और 61 कॉलेजों के प्रतिनिधियों ने अपने शोध प्रस्तुत किए।

सम्मेलन का भव्य उद्घाटन
कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन सत्र कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मार्टिन पोरस एसजे के स्वागत भाषण के साथ हुआ। आयोजन समिति के संयोजक श्री पीयूष रंजन सहाय ने सम्मेलन की रूपरेखा प्रस्तुत की।

प्रमुख सत्र: कृत्रिम बुद्धिमत्ता और बीमा क्षेत्र में नवाचार
पहले दिन, इस्लामिक आज़ाद यूनिवर्सिटी, ईरान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हामिद बरजस्तेह ने “21वीं सदी की शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका” विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि कैसे AI, शिक्षा को अधिक व्यक्तिगत और प्रभावी बना रहा है। साथ ही, उन्होंने AI के नैतिक पहलुओं और डिजिटल युग में कौशल विकास पर इसके प्रभाव की भी चर्चा की।

दूसरे दिन, कैपजेमिनी अमेरिका इंक, यूएसए के कंसल्टिंग मैनेजर श्री शनमुगसुंदरम सेनाथिपति ने “बीमा क्षेत्र का भविष्य: गाइडवायर और डेटा-ड्रिवन इनोवेशन के साथ परिवर्तन” विषय पर विचार रखे। उन्होंने बताया कि बीमा उद्योग में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग किस प्रकार दावों के निपटान, जोखिम आकलन और धोखाधड़ी की रोकथाम में क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं।

विज्ञान और नवाचार पर विचार-विमर्श
सम्मेलन के दौरान विभिन्न तकनीकी सत्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, इंडस्ट्री 4.0, वित्तीय समावेशन, सतत विकास, स्मार्ट टेक्नोलॉजी और स्वास्थ्य नवाचार जैसे विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। शोधार्थियों और विशेषज्ञों ने अपने निष्कर्ष साझा किए और गहन संवाद किया।

सम्मेलन का समापन और सम्मान समारोह
समापन सत्र में सह-संयोजक ने सम्मेलन की रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसके बाद सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति पुरस्कार की घोषणा की गई। यह पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों – स्नातक, स्नातकोत्तर, शोधार्थी, संकाय सदस्य और उद्योग विशेषज्ञों को प्रदान किए गए। इसके बाद धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

भविष्य की राह तैयार करता ICFTSEM-II 2025
यह सम्मेलन वैश्विक शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों के लिए एक प्रभावी मंच साबित हुआ, जहाँ नए विचारों का आदान-प्रदान हुआ और प्रौद्योगिकी के भविष्य पर सार्थक चर्चाएँ हुईं। आयोजकों ने इस तरह के ज्ञान-विस्तार कार्यक्रमों को आगे भी जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया।

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