राम की संस्कृति ही हमारी पहचान : संजय खंडेलिया
रामधुनी महायज्ञ में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, खगड़िया के लाभगांव में हुआ भव्य आयोजन

खगड़िया 
लाभगांव स्थित श्री श्री 108 बजरंगबली स्थान परिसर रविवार को श्रद्धा, भक्ति और सांस्कृतिक चेतना का केंद्र बना रहा, जहां रामधुनी महायज्ञ के उद्घाटन समारोह में बिहार भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खंडेलिया ने कहा कि “मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम केवल हमारे आराध्य नहीं, बल्कि हमारे पूर्वज और संस्कृति के प्रतीक हैं।”

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भगवान राम के जीवन से हमें त्याग, समर्पण, मर्यादा और सामाजिक समरसता का पाठ मिलता है, जिसे आज की पीढ़ी को आत्मसात करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजनों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ती है।

कार्यक्रम की भव्यता का आलम यह था कि आसपास के दर्जनों गांवों से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। रामधुन के मधुर स्वर और भक्ति में डूबी भीड़ ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया।

मंच पर कई गणमान्य लोग रहे मौजूद
इस मौके पर भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता योगेंद्र सिंह, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि रामबालक पासवान, मुखिया प्रतिनिधि वाल्मीकि पासवान, सरपंच प्रतिनिधि रुदल पासवान, मेला अध्यक्ष राम उदित बाबू, पैक्स अध्यक्ष सुधीर प्रसाद सिंह, भाजयुमो नगर अध्यक्ष संतोष, अरविंद प्रसाद साह, जितेंद्र दशरथ बाबू, कुलदीप महंत सहित दर्जनों ग्रामीण जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवी उपस्थित रहे।

आस्था और परंपरा का संगम
महायज्ञ स्थल पर भव्य पूजा-अर्चना, हवन और रामधुन के साथ धार्मिक आयोजनों की शृंखला ने श्रद्धालुओं को भक्ति में सराबोर कर दिया। आयोजन समिति और ग्रामवासियों की ओर से श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे।

स्थानीय संत महंत रंजन दास ने बताया कि यह आयोजन ग्रामवासियों की आस्था और एकजुटता का प्रतीक है, जिसे हर वर्ष और भी भव्यता के साथ आयोजित किया जाएगा।

संस्कृति की जड़ों से जुड़ने का संदेश
रामधुनी महायज्ञ ने न केवल धार्मिक चेतना को प्रबल किया बल्कि यह संदेश भी दिया कि आज के दौर में संस्कृति से जुड़ना, मर्यादाओं को समझना और अपने पूर्वजों की परंपराओं को जीवंत रखना कितना आवश्यक है।

 

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