आरक्षण पर अडिग कांग्रेस : निजी शिक्षण संस्थानों तक विस्तार की मांग, राहुल गांधी बोले- मोदी सरकार दबाव में झुकी

दर्भंगा (बिहार), संवाददाता
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को बिहार के दरभंगा स्थित अंबेडकर हॉस्टल में छात्रों से संवाद के दौरान केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तब तक संघर्ष करती रहेगी जब तक आरक्षण को निजी शिक्षण संस्थानों तक नहीं बढ़ा दिया जाता।

राहुल गांधी ने कहा, “हमारी मांग है कि देश के सभी निजी शिक्षण संस्थानों में भी आरक्षण लागू हो। सरकार पर दबाव बनाया जाएगा और जब तक यह मांग पूरी नहीं होती, हमारी लड़ाई जारी रहेगी।”

राहुल गांधी ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम के तहत छात्रों से रूबरू हुए। हालांकि प्रशासन ने उन्हें अंबेडकर हॉस्टल में कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन वह पैदल रास्ता बदलकर परिसर में पहुंचे। उन्होंने कहा, “मेरी गाड़ी को मिथिला यूनिवर्सिटी के गेट पर रोक दिया गया था, लेकिन मैं रुका नहीं। मैं उस ऊर्जा से प्रेरित हूं, जो देश के युवाओं में है। यही ऊर्जा है जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी झुकना पड़ा।”

उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर इसलिए हामी भरी क्योंकि उन्हें वंचित तबकों की आवाज से डर लगा। उन्होंने कहा, “हमने कहा था कि आपको संविधान को माथे से लगाना पड़ेगा, और उन्होंने ऐसा किया। हमने जातीय जनगणना की बात कही, और वो भी मानी गई। लेकिन ये सब मोदी सरकार ने डर के कारण किया।”

राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि यह सरकार सिर्फ अमीर घरानों – अडानी, अंबानी जैसे उद्योगपतियों – के हित में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि “देश की 5 फीसदी आबादी के लिए व्यवस्था काम कर रही है, जबकि दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग इससे बाहर हैं – सरकार में, कॉरपोरेट में और मीडिया में भी।”

उन्होंने केंद्र से ‘तेलंगाना मॉडल’ पर आधारित जातीय जनगणना कराने की मांग की और कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए निर्धारित उपयोजनाओं की धनराशि को भी तत्काल जारी किया जाना चाहिए।

सभा के अंत में राहुल गांधी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर का चित्र हाथ में लेकर ‘जय भीम’ का नारा लगाया, जिस पर छात्रों ने तालियों और नारों के साथ उत्साह दिखाया। उन्होंने एक गरीब परिवार से आने वाले छात्र को मंच पर बुलाकर उसकी बात भी सुनी और वादा किया कि वह संसद में छात्रों के साथ हो रहे भेदभाव और मीडिया में पिछड़े वर्ग की उपेक्षा जैसे मुद्दे उठाएंगे।

राहुल गांधी ने जाते-जाते छात्र से कहा, “अपने घर जाएं तो माता-पिता और भाई-बहनों को मेरा नमस्ते कहना।”

 

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