लालू के गढ़ से भरेंगे हुंकार
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार अमित शाह ने शनिवार को बिहार पहुंचकर चुनावी बिगुल फूंक दिया।
अमित शाह का यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से अहम माना जा रहा है, क्योंकि उन्होंने अपने अभियान की शुरुआत राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के गढ़ गोपालगंज से करने का निर्णय लिया है। रविवार को शाह गोपालगंज में एक विशाल रैली को संबोधित कर भाजपा के चुनावी अभियान का औपचारिक आगाज करेंगे। इससे पहले पटना के बापू सभागार में सहकारिता मंत्रालय की बैठक को भी संबोधित करेंगे।
शनिवार देर शाम पटना पहुंचते ही शाह ने भाजपा मुख्यालय में पार्टी के सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ लंबी बैठक की। इस बैठक में उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी सहयोगी दलों के बीच अटूट एकता बनाए रखने पर जोर दिया, ताकि आगामी चुनाव में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को पूरी तरह पराजित किया जा सके।
भाजपा की यह रणनीति इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि बिहार हिंदी पट्टी का एकमात्र बड़ा राज्य है, जहां आज तक भाजपा का कोई भी नेता मुख्यमंत्री नहीं बन पाया है। 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी मात्र एक सीट से सबसे बड़े दल का तमगा हासिल करने से चूक गई थी। उस चुनाव में राजद ने 75 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 74 सीटें मिली थीं। जदयू को केवल 43 सीटों पर संतोष करना पड़ा था, जिसके चलते नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाए रखने का समझौता करना पड़ा था।
अमित शाह के दौरे की अहमियत इस बात से भी बढ़ जाती है कि उन्होंने अब तक आगामी चुनाव के लिए नीतीश कुमार को एनडीए के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में खुलकर समर्थन नहीं दिया है। उनके इस रुख से सियासी गलियारों में कयासबाजी तेज हो गई है।
रविवार को गोपालगंज में भाजपा की पहली चुनावी रैली आयोजित होगी, जिसमें शाह भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता को संबोधित करेंगे। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पुष्टि की कि यह रैली राज्यभर में चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत मानी जाएगी।
इसके अलावा, शाह दिन के अंत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर सीट बंटवारे और गठबंधन की अन्य रणनीतियों पर चर्चा कर सकते हैं। इस बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी भी शामिल हो सकते हैं। यह बैठक भाजपा की रणनीति को और मजबूती देने के लिए अहम मानी जा रही है।
बिहार चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। ऐसे में अमित शाह का यह दौरा राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे सकता है।
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