उपमुख्यमंत्री के भोज में मुख्यमंत्री समेत कई दिग्गजों की उपस्थिति
पटना। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर राजधानी पटना में राजनीति और परंपरा का अनोखा संगम देखने को मिला। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा द्वारा आयोजित दही-चूड़ा भोज ने राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाओं को जन्म दिया। इस आयोजन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई बड़े नेताओं ने शिरकत की, जिससे यह भोज महज परंपरा न रहकर सियासी संकेतों का केंद्र बन गया।
नीतीश-भाजपा नेताओं की मुलाकात पर चर्चा
विजय कुमार सिन्हा के आवास पर आयोजित इस भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और दिलीप जायसवाल जैसे दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया। भोज के दौरान सभी नेता एक ही टेबल पर बैठकर गहन चर्चा करते नजर आए। राजनीतिक दृष्टिकोण से यह तस्वीरें कई संभावनाओं को जन्म देती हैं।
दही-चूड़ा भोज: परंपरा से सियासत तक
बिहार में मकर संक्रांति के अवसर पर दही-चूड़ा भोज एक परंपरा के रूप में जाना जाता है, लेकिन इस आयोजन के राजनीतिक निहितार्थ भी हमेशा से चर्चा में रहे हैं। इस बार का भोज विशेष रूप से इसलिए चर्चा में रहा क्योंकि मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं के बीच के समीकरणों को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
राजनीतिक संदेशों की सुगबुगाहट
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस भोज में नेताओं की एकजुटता ने सियासी संकेत दिए हैं। बिहार की वर्तमान राजनीति में जहां महागठबंधन और भाजपा के बीच की खींचतान चल रही है, वहीं इस भोज में नेताओं का एक साथ नजर आना आने वाले दिनों में नई राजनीतिक समीकरणों का संकेत माना जा रहा है।
सियासी मेल-जोल का मंच बना भोज
दही-चूड़ा भोज ने न केवल मकर संक्रांति के पारंपरिक उत्सव को सजीव किया बल्कि इसे सियासी चर्चाओं का मंच भी बना दिया। अब देखना होगा कि इस आयोजन का प्रभाव बिहार की राजनीति पर कितना गहरा पड़ता है।