पटना

देशभर में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ हो रहे जघन्य अपराधों के विरोध में सामाजिक संस्था ‘यूथ ऑफ बिहार’ और ज़ेवियर एलुमनाई एसोसिएशन के तत्वावधान में एक शांतिपूर्ण कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। इस मार्च का उद्देश्य पीड़ित बेटियों को न्याय दिलाना था।

गांधी मैदान में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन

 

यह विरोध प्रदर्शन ऐतिहासिक गांधी मैदान परिसर में गांधी मूर्ति के समीप आयोजित किया गया, जहां सैकड़ों युवाओं ने काली पट्टी बांधकर कैंडल मार्च निकाला। वरिष्ठ सदस्यों ने अपनी बात रखी। इस विरोध सभा में प्रख्यात समाजसेवी मुकेश हिसारिया, यूथ ऑफ बिहार के सदस्य प्रतीक, निधी, जय, निखिल, रोहित, रंजन, आनंद तथा प्रसिद्ध यूट्यूबर सृष्टि ने भी हिस्सा लिया।

इस मौके पर ‘यूथ ऑफ बिहार’ की सलाहकार श्रीमती शुभम् श्री ने कहा कि आए दिन हो रहे इस प्रकार के कुकृत्यों पर सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है। वहीं, संगठन की संचालिका सेज़ल ने कहा कि जब तक बेटियां निर्भीक होकर कार्यस्थल पर नहीं जा सकतीं, तब तक हम असल मायने में स्वतंत्र नहीं हैं।

ज़ेवियर एलुमनाई एसोसिएशन के प्रेजिडेंट श्री रंजन कुमार ने इस घटना की कड़ी निंदा की और इसे समाज पर एक काला धब्बा बताया। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि रेप जैसे जघन्य अपराधों के लिए एक नया कानून लाया जाए, जिससे दोषियों को कड़ी सजा मिले और डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

वहीँ, थिएटर कलाकार जय सिंह राठौर ने अपनी बात एक कविता के माध्यम से रखी:

“ये दाग जो लहू के, आँचल पर पड़े थे

इस ढेर में बेजान से, अरमान पड़े थे

वो हूबहू इंसान से, पर इंसान ना थे,

वासना की कामना धर, हैवान और शैतान खड़े थे।”

उन्होंने भारत की न्याय व्यवस्था और संविधान पर पूरा भरोसा जताया कि अपराधियों को सजा मिलेगी। उन्होंने विरोध मार्च में आए सभी गणमान्य व्यक्तियों का आभार भी व्यक्त किया।

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