डीलक्स शौचालय निर्माण अब तक अधूरा
जमालपुर।
शहर के हृदयस्थल जुबली वेल चौराहे पर स्थित नगर परिषद द्वारा निर्मित मूत्रालय की बदहाली ने स्वच्छता व्यवस्था की पोल खोल दी है। गंदगी और कूड़े के अंबार के बीच नागरिक मजबूरी में इसका उपयोग करने को विवश हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह मूत्रालय नागरिक सुविधा के नाम पर केवल दिखावा है।
स्वच्छता का अभाव, बीमारियों का खतरा
चिकित्सकों का कहना है कि ऐसी गंदगी से ई-कोलाई जैसी घातक बीमारियां फैल सकती हैं, जो किडनी को नुकसान पहुंचाने के साथ जानलेवा भी हो सकती हैं। बावजूद इसके, नगर परिषद के पदाधिकारियों द्वारा स्वच्छता सुविधाओं को सुधारने के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
डीलक्स शौचालय का निर्माण अधूरा
सदर बाजार क्षेत्र में बेहतर नागरिक सुविधाओं के लिए एक डीलक्स शौचालय का प्रस्ताव नगर परिषद द्वारा एक साल पहले ही पास किया गया था। लेकिन पदाधिकारियों की उदासीनता के चलते इसका निर्माण अब तक शुरू नहीं हो सका। स्थानीय निवासियों ने कई बार बोर्ड की बैठकों में इस मुद्दे को उठाया, लेकिन ठोस कदम नहीं उठाए गए।
बजट के बावजूद सुविधाओं का अभाव
नगर परिषद ने स्वच्छता सुविधाओं के लिए 2023-24 के बजट में 2 करोड़ रुपये और 2024-25 के बजट में 2 करोड़ 40 लाख रुपये का प्रावधान किया था। लेकिन स्वच्छ भारत मिशन और लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के नाम पर यह धनराशि नागरिक सुविधाओं तक नहीं पहुंच पाई। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि इन योजनाओं के तहत केवल भ्रष्टाचार हो रहा है और सुविधाएं शून्य हैं।
नागरिकों की मांग
स्थानीय लोगों ने नगर परिषद से तत्काल डीलक्स शौचालय निर्माण शुरू करने और जुबली वेल चौराहे पर स्वच्छता व्यवस्था को सुधारने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने पदाधिकारियों से पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की अपील की है।