नीतीश के बेटे निशांत पर सियासत तेज, तेजस्वी ने कहा – ‘हमारे भाई हैं, राजनीति में आएं तो स्वागत’
पटना। बिहार की राजनीति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की एंट्री को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। जदयू नेताओं का कहना है कि इस पर अंतिम फैसला खुद नीतीश कुमार करेंगे, लेकिन एनडीए के भीतर उन्हें लेकर समर्थन के सुर तेज हो रहे हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी निशांत का स्वागत किया है।
तेजस्वी यादव ने दिया निशांत को राजनीति में आने का सुझाव
विपक्ष ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने निशांत कुमार को ‘भाई’ बताते हुए कहा कि अगर वे राजनीति में आते हैं तो उनका स्वागत होगा। पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान तेजस्वी ने कहा, “निशांत हमारे भाई हैं, हम चाहते हैं कि वह जल्दी घर बसाएं, लेकिन उन्हें यह भी देखना चाहिए कि उनके पिता के आसपास जो लोग हैं, वे ही उनकी पार्टी को कमजोर कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शरद यादव द्वारा बनाई गई पार्टी को बीजेपी और आरएसएस हाईजैक करना चाहती है।
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव हाल के दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत को लेकर लगातार हमलावर रहे हैं। वे कई बार उन्हें ‘टायर्ड और रिटायर्ड’ बता चुके हैं। हालांकि, हाल ही में निशांत कुमार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अपने पिता को पूरी तरह स्वस्थ बताया था।
निशांत ने पिता की सेहत पर दिया जवाब
पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए निशांत कुमार ने कहा कि उनके पिता पूरी तरह स्वस्थ हैं और बिहार की जनता को उनके नेतृत्व पर विश्वास रखना चाहिए। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा, “पिछले 19 वर्षों में मेरे पिता ने बिहार का विकास किया है। हमें उम्मीद है कि जनता उन्हें एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाएगी और सेवा का अवसर देगी।” हालांकि, जब उनसे राजनीति में आने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
तेजस्वी का पीएम मोदी पर निशाना
इस बीच, तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी बिहार दौरे को लेकर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “दिल्ली चुनाव खत्म होते ही नेता बिहार आ जाते हैं। इन्हें बिहार की असली समस्याओं से कोई मतलब नहीं है। न यहां कोई नई फैक्ट्री लगने वाली है, न ही बेरोजगारी दूर करने का कोई ठोस प्लान है। बस अपनी सत्ता बचाने के लिए दौरे किए जा रहे हैं।”
बिहार की सियासत में इस वक्त कई बड़े बदलाव देखे जा रहे हैं, जिसमें निशांत कुमार की भूमिका पर भी नजरें टिकी हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे राजनीति में एंट्री लेते हैं या नहीं।